-ओम प्रकाश उनियाल
उत्तराखंड: उत्तराखंड में इन दिनों चारधाम यात्रा जोरों पर चल रही है। सरकार यात्रा को सुगम, सुलभ और व्यवस्थित रूप से चलाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। सरकार ने यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं के स्वास्थ्य जांच की भी व्यवस्था की है। बिना पंजीकरण के आने वाले यात्रियों को अनुमति नहीं है। सुरक्षा एवं सुगम यात्रा हेतु पर्यटन विभाग की वेबसाइट पर पंजीकरण के बाद ही श्रद्धालु यात्रा पर जा सकते हैं।
प्रदेश में शासन ने चारधाम में आने वाले तीनों जनपदों में सचिव स्तर के तीन अधिकारियों की तैनाती प्रभारी सचिव के रूप में की है जो कि यात्रा की मॉनिटरिंग करेंगे। पुलिस व्यवस्था हर प्रकार से चाक-चौबंद है। ट्रेन व राज्य के सभी रेलवे स्टेशनों की सुरक्षा हेतु एसओपी जारी की गयी है।
उत्तराखंड में चारधाम यात्रा हर साल होती है। इसके अलावा कैलाश यात्रा, व हेमकुण्ड साहिब यात्रा भी इसी मौसम में शुरु की जाती है। इस साल चारधाम यात्रा के तहत 10मई अक्षय तृतीया को गंगोत्री, यमुनोत्री और श्री केदारनाथ के कपाट श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोले गए। जबकि बाबा बदरीनाथ के कपाट 12मई को खोले गए। 25 मई को श्री हेमकुंड साहिब की यात्रा शुरू होने वाली है। सिखों का यह पवित्र तीर्थस्थल है। इस यात्रा से पहले चमोली के जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने विभागीय अधिकारियों के साथ गोविंदघाट गुरुद्वारा से हेमकुंट साहिब तक 18 किलोमीटर की दूरी पैदल चलकर यात्रा मार्ग पर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि हेमकुंट साहिब की यात्रा को सुगम और सुखद बनाने के लिए यात्रा से पहले पैदल मार्ग पर सभी व्यवस्थाओं को सुचारू किया जाए। श्री हेमकुंड साहिब और लोकपाल मंदिर की यात्रा इस साल 25 मई से शुरू होगी। सेना के जवानों ने हेमकुंट साहिब मार्ग पर बर्फ हटाकर आवाजाही सुचारू कर दी है। जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि पैदल यात्रा मार्ग पर मोड़ सुधारीकरण, रेलिंग, पार्किंग, घोड़ा पड़ाव तथा श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए रेन शेल्टर, यात्री शेड, बेंच, साइनेज सहित बिजली, पानी, शौचालय, साफ सफाई, स्वास्थ्य और सुरक्षा की समुचित व्यवस्थाएं की जाए। घोड़े-खच्चरों के लिए भी गर्म पानी की उचित व्यवस्था की जाए। उन्होंने जल संस्थान को यात्रा मार्ग पर सभी स्टैंड पोस्ट और वाटर एटीएम में शुद्ध पेयजल आपूर्ति सुचारू करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने इको विकास समिति को पुलना, भ्यूंडार, जंगल चट्टी, घांघरिया, अटलाकोटी में निर्मित नए शौचालयों में रंगरोगन और यात्रा मार्ग पर साफ सफाई, सभी सुलभ शौचालयों में बिजली और पानी की समुचित व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए। पुलिस विभाग को यात्रा के दौरान सुरक्षा के सभी इंतजाम करने, एसडीआरएफ के साथ डीडीआरएफ जवानों की भी तैनाती करने के निर्देश दिए। इस दौरान जिलाधिकारी ने घांघरिया हेलीपैड, थाना, चौकी, अस्पताल सहित यात्रा से जुड़ी अन्य तमाम व्यवस्थाओं का जायजा लिया और श्री हेमकुंट साहिब, लोकपाल मंदिर और वैली ऑफ फ्लावर की यात्रा को सुखद बनाने हेतु आवश्यक दिशा निर्देश अधिकारियों को दिए। हेमकुंट साहिब यात्रा मार्ग पर लोनिवि ने 84 डेंजर मोड़ में से 72 मोड़ों का सुधारीकरण कार्य पूर्ण कर दिया है। शेष कार्य प्रगति पर हैं। म्यून्डार गांव में 165 मीटर लंबा पुल बनकर तैयार है। पुलना से हेमकुंट तक के ट्रैक पर 14 रेन शेल्टर, 02 यात्री शेड और 282 बैंच यात्रियों के बैठने के लिए तैयार किए गए हैं। हेमकुंड यात्रा मार्ग पर स्थित 30 पीटीएसपी व टीटीएसपी पर पेयजल सुचारू करने का काम चल रहा है। पुष्पावती नदी से घांघरिया के लिए नई पेयजल लाइन पर भी काम शुरू हो गया है। घांघरिया में घोड़े-खच्चरों के लिए बाईपास बनाया गया है। अटलाकोटी तल्ली और मल्ली में दो नए शौचालय बनाए गए हैं।
श्रद्धालु किसी भी यात्रा पर जाने से पहले खुद भी सावधानियां अवश्य बरतें। अपनी सुरक्षा एवं स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहें। तीर्थस्थलों पर किसी प्रकार का नशा न करें, पर्यावरण दूषित न करें, तेज गति से वाहन न चलाएं, सेल्फी लेने से परहेज बरतें, किसी से अनावश्यक विवाद न करें, यात्रा के दौरान जो बेजुबान आपका व आपके सामान का बोझा ढोते हैं उन पर अति न करें और ना ही उनके मालिकों को करने दें। भक्तिभाव से तीर्थों के दर्शनार्थ जाएं तभी पुण्य मिलेगा।