कोलकाता। 40 साल से कम आयु वर्ग के ऐसे लोग जो गंजेपन का शिकार हैं या जिनके बाल असमय सफेद हो रहे हैं उनके लिए खतरे की घंटी बजी है। कार्डियोलॉजिकल सोसाइटी ऑफ इंडिया (सीएसआइ) के सम्मेलन में गुरुवार को पेश एक रिपोर्ट की मानें तो ऐसे लोगों में आम लोगों की अपेक्षा दिल की बीमारी से ग्रसित होने की संभावना पांच गुना अधिक है। कोलकाता में आयोजित सीएसआइ के 69वें सम्मेलन में उक्त रिपोर्ट पेश की गई।
अध्ययन के दौरान 40 साल से कम आयु वर्ग के 790 दिल के मरीजों के साथ समान आयु वर्ग के 1270 स्वस्थ लोगों पर परीक्षण किया गया। परीक्षण के दौरान पाया गया कि दिल के मरीज 50 फीसदी लोगों मे असमय बाल सफेद होने की प्रवृत्ति देखी गई। जबकि स्वस्थ लोगों में यह आंकड़ा 30 फीसद रहा। वहीं गंजेपन में यह आंकड़ा 49 फीसदी के मुकाबले 27 फीसदी ही रहा।
शोध पत्र यूएन मेहता इंस्टीट्यूट ऑफ कार्डियोलॉजी एंड रिसर्च सेंटर के सचिन पाटिल का है। पाटिल के अनुसार गंजापन व असमय सफेद होते बाल दिल के रोगों के विषय में स्पष्ट तरीके से बता सकती है। मोटापा इसके बाद ही आता है। इसके पहले तक मधुमेह, उच्च रक्त चाप, धूमपान जैसे कई संकेतों के माध्यम से दिल के रोगों का पता चलता था। शोधपत्र में सहायक इंस्टीट्यूट के ही कोमल शर्मा का मानना है कि अब गंजेपन व असमय सफेद होते बाल को दिल की बीमारी का पता लगाने के लिए गंभीर संकेत के तौर पर स्वीकार करना चाहिए।