न्यूयॉर्क। अमेरिका के बाल्टीमोर में पिछले सप्ताह पुल से टकराए पोत के चालक दल के 20 भारतीय एवं एक श्रीलंकाई सदस्य ”जहाज पर सामान्य कर्तव्यों के निर्वहन में व्यस्त हैं’ और हादसे संबंधी जांच पूरी होने तक पोत पर ही रहेंगे।
ग्रेस ओशियन पीटीई और सिनर्जी मरीन के एक प्रवक्ता ने ‘पीटीआई’ से कहा, ”इसकी पुष्टि हो गई है कि पोत में चालक दल के 21 सदस्य सवार हैं। चालक दल के सदस्य पोत पर अपने सामान्य कर्तव्यों का निर्वहन कर रहे हैं अैर जांच कर रहे राष्ट्रीय परिवहन सुरक्षा बोर्ड एवं तटरक्षक की सहायता कर रहे हैं।”
बाल्टीमोर में पताप्सको नदी पर बना 2.6 किलोमीटर लंबा ‘फ्रांसिस स्कॉट की ब्रिज’ उस समय ढह गया था जब श्रीलंका जा रहा 984 फुट लंबा मालवाहक जहाज 26 मार्च को पुल के एक खंभे से टकरा गया।
यह पूछे जाने पर कि चालक दल को कितने समय तक पोत पर रहना होगा, प्रवक्ता ने कहा, ” फिलहाल हम नहीं जानते कि जांच प्रक्रिया में कितना समय लगेगा और जब तक वह प्रक्रिया पूरी नहीं हो जाती, चालक दल जहाज पर ही रहेगा।”
सिंगापुर के ध्वज वाले डाली का स्वामित्व ‘ग्रेस ओशन पीटीई लिमिटेड के पास है और इसका प्रबंधन सिनर्जी मरीन ग्रुप करता है।
दिल्ली में, विदेश मंत्रालय (एमईए) ने बताया था कि उस मालवाहक पोत पर 20 भारतीय हैं, जो कुछ दिन पहले अमेरिका के बाल्टीमोर में एक पुल से टकरा गया था और भारतीय दूतावास उनके एव स्थानीय अधिकारियों के संपर्क में है।
अमेरिकी अधिकारियों ने डाली पोत पर सवार कर्मियों से पिछले सप्ताह पूछताछ शुरू की। सिनर्जी ग्रुप ने एक बयान में कहा था कि एनटीएसबी (राष्ट्रीय परिवहन सुरक्षा बोर्ड) ने बुधवार को जांच के तहत दस्तावेज, यात्रा डेटा रिकॉर्डर की जानकारी और अन्य सबूत एकत्र किए।
ग्रेस ओशियन और सिनर्जी ने पोत पर सवार चालक दल के सभी सदस्यों और दो पायलट की सुरक्षा की पुष्टि की है। उन्होंने चालक दल के एक कर्मी को मामूली चोट लगने की सूचना दी और कहा कि घायल चालक दल के सदस्य को अस्पताल से छुट्टी मिल गई है।
हादसे के समय पुल पर गड्ढों की मरम्मत कर रहे निर्माण दल के छह सदस्यों को मृत माना जा रहा है। गोताखोरों ने पताप्सको नदी में डूबे एक पिकअप ट्रक से दो लोगों के शव बरामद किए हैं और चार अन्य की तलाश जारी है।