मुंबई। पद्मावती विवाद थम ही नहीं रहा है। रोजाना कोई ना कोई वाकया ऐसा होता है जिससे आग और भड़क जाती है। फिल्म 1 दिसंबर को रिलीज होने वाली थी लेकिन इसे टाल दिया गया। फिल्म का विरोध करने वालों फिल्ममेकर संजय लीला भंसाली और एक्ट्रेस दीपिका पादुकोण का सिर काट कर लाने तक की बात कह डाली।
अब इस विरोध और समर्थन के दौर के बीच अब नाना पाटेकर भी पद्मावती के विवाद पर अपनी बेबाक राय रख चुके हैं।
नाना गुरूवार को पुणे की नेशनल डिफेंस अकादमी में परेड के दौरान मौजूद थे। इस दौरान जब उनके पद्मावती के बारे में पूछा गया तो उन्होंने इस तरह के विवाद बड़ा मानने से इंकार कर दिया लेकिन कहा कि पद्मावती का विरोध करने वालों ने जिस तरह से दीपिका पादुकोण और संजय लीला भंसाली का सिर काट कर लाने की बात कहीं हैं वो एकदम गलत है। इस तरह की बातों को कदापि स्वीकार नहीं किया जा सकता।
नाना ने कहा, ‘आखिर फिल्मों को लेकर विवाद होते ही क्यों हैं? अभी तक मुझे पता नहीं है कि फिल्म में किरदारों को किस तरह से पेश किया गया है। एक बार जब फिल्म आएगी और मैं देख लूंगा तब ही इस बारे में कोई प्रतिक्रिया दे सकता हूं।’
इससे पहले सलमान खान सहित बॉलीवुड से जुड़े कई लोग फिल्म को लेकर किये जा रहे विरोध को गलत ठहरा चुके हैं और उनका कहना है कि सेंसर को फिल्म से जुड़े सारे फैसले लेने का हक है और उसे या अदालत को ही अपना काम करने देना चाहिए। पद्मावती की रिलीज को लेकर अब तक कुछ स्पष्ट नहीं हो सका है।
गुरुवार को भंसाली संसदीय समिति के सामने पेश हुए थे और इस दौरान उन्होंने समिति को बताया कि उनकी फिल्म पद्मावती, इतिहास पर नहीं बल्कि मलिक मोहम्मद जायसी की रचना पद्मावत पर आधरित है। हालांकि तथ्यों से जुड़े कुछ सवालों पर उन्होंने दो सप्ताह में जवाब देने को कहा है।