नयी दिल्ली। शेयर बाजारों की दिशा इस सप्ताह वैश्विक बाजारों के रुख, विदेशी निवेशकों की गतिविधियों और घरेलू मोर्चे पर वृहद आर्थिक आंकड़ों से तय होगी। विश्लेषकों ने यह राय जताई है। यह सप्ताह कम कारोबारी सत्रों का होगा। पिछले सप्ताह उम्मीद से बेहतर सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर के आंकड़ों से बाजार में रिकॉर्ड तेजी आई। शुक्रवार को ‘महाशिवरात्रि’ के अवसर पर शेयर बाजार बंद रहेंगे। स्वस्तिका इन्वेस्टमार्ट के शोध प्रमुख संतोष मीणा ने कहा, ‘‘प्रमुख घटनाक्रम मसलन पांच मार्च को अमेरिका के सेवा पीएमआई आंकड़े, आठ मार्च को अमेरिका के बेरोजगारी के आंकड़ों पर बाजार की निगाह रहेगी।’’ उन्होंने कहा कि कच्चे तेल के दाम भी ऊपर चढ़ रहे हैं और इससे बाजार का ‘मूड’ प्रभावित हो सकता है। हालांकि, अभी बाजार किसी बुरी खबर को नजरअंदाज कर रहा है और इसमें तेजी की रफ्तार कायम है।’’ घरेलू मोर्चे पर बात की जाए, तो सेवा क्षेत्र के लिए खरीद प्रबंधक सूचकांक (पीएमआई) के आंकड़े मंगलवार को आएंगे।
मास्टर कैपिटल सर्विसेज लि. के वरिष्ठ उपाध्यक्ष अरविंदर सिंह नंदा ने कहा, ‘‘इस सप्ताह बाजार वैश्विक और घरेलू आर्थिक आंकड़ों, एफआईआई/डीआईआई के निवेश के रुख, कच्चे तेल के भंडार, डॉलर के मुकाबले रुपये की चाल और वैश्विक बाजारों के रुख पर प्रतिक्रिया देगा।’’ पिछले सप्ताह बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 663.35 अंक या 0.90 प्रतिशत चढ़ गया। वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 165.7 अंक या 0.74 प्रतिशत के लाभ में रहा।
शनिवार को सेंसेक्स 60.80 अंक या 0.08 प्रतिशत चढ़कर 73,806.15 के अपने सर्वकालिक उच्चस्तर पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय यह 73,994.70 के अपने सर्वकालिक रिकॉर्ड स्तर को छू गया। वहीं निफ्टी 39.65 अंक या 0.18 प्रतिशत बढ़कर 22,378.40 के रिकॉर्ड स्तर पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 22,419.55 के अपने सर्वकालिक उच्चस्तर पर पहुंचा था।
प्रमुख स्टॉक एक्सचेंज बीएसई और एनएसई ने प्राथमिक साइट पर प्रमुख व्यवधानों या विफलता से निपटने के लिए अपनी तैयारियों की जांच को शनिवार को इक्विटी और इक्विटी डेरिवेटिव खंड में एक विशेष कारोबारी सत्र का आयोजन किया था। जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘चीन के मुद्रास्फीति के आंकड़ों के साथ-साथ अमेरिका से अतिरिक्त मसलन पीएमआई और पेरोल के आंकड़े बाजार को दिशा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।