नई दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि जम्मू-कश्मीर के पूर्व मंत्री चौधरी लाल सिंह ने 2011 में राजस्व विभाग के एक अधिकारी के साथ मिलकर अपनी पत्नी द्वारा संचालित एक शैक्षणिक ट्रस्ट के नाम पर एक भूखंड को ‘जबरन’ हस्तांतरित कराया।
ईडी के मुताबिक, इस भूखंड के एक हिस्से पर दिल्ली पब्लिक स्कूल (डीपीएस) को संचालित किया जा रहा है। पूर्व सांसद को ईडी ने सात नवंबर को जम्मू में गिरफ्तार किया था। वह फिलहाल ईडी की हिरासत में हैं।
ईडी की ओर से धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत दर्ज यह मामला केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) की प्राथमिकी और चौधरी लाल सिंह की पत्नी कांता अंडोत्रा (आरबीईटी या आरबी शैक्षणिक ट्रस्ट की अध्यक्ष) और एक पूर्व ‘पटवारी’ (राजस्व अधिकारी), रविंदर सिंह के खिलाफ दायर आरोप पत्र पर आधारित है।
ईडी की जांच में यह सामने आया है कि चौधरी लाल सिंह ने 2011 में कठुआ में तैनात तत्कालीन राजस्व अधिकारी रविंदर सिंह के साथ मिलकर उक्त भूखंड को आरबीईटी के नाम पर जबरन हस्तांतरित कराया था।
ईडी ने कहा, ‘‘इस अधिग्रहीत भूमि का एक हिस्सा डीपीएस स्कूल चलाने में उपयोग किया जा रहा है। जांच के अनुसार, यह पाया गया कि आरबी शैक्षणिक ट्रस्ट ने 100 मानक कनाल की स्वीकृत सीमा से अधिक, 328 कनाल तक भूमि का अधिग्रहण किया था।’’ चौधरी लाल सिंह, डोगरा स्वाभिमान संगठन पार्टी (डीएसएसपी) के अध्यक्ष भी हैं।