करांगासेम। इंडोनेशिया के बाली द्वीप पर किसी भी क्षण भीषण ज्वालामुखी विस्फोट की चेतावनी सोमवार को जारी की गई। इस सिलसिले में अलर्ट को उच्चतम स्तर तक बढ़ा दिया गया है। इसे देखते हुए हजारों लोग घर से भागकर सुरक्षित स्थान पर चले गए हैं। हवाई अड्डा और उड़ानें बंद कर दी गई हैं जिससे बड़ी संख्या में पर्यटक वहां फंसे हैं।
ज्वालामुखी में विस्फोट बंद करने के लिए स्थानीय लोगों ने प्रार्थनाएं भी शुरू कर दीं। बड़ी तादाद में पुरुष व महिलाएं ज्वालामुखी की ओर हाथ जोड़कर बैठे रहे। ज्वालामुखी माउंट आगुंग में पिछले सप्ताह से मोटा गुबार निकल रहा है जो आसमान में करीब तीन किलोमीटर ऊंचा फैल गया है। ज्वालामुखी से लगातार राख निकल रही है और विस्फोट भी हो रहे हैं। रात में आग की ऊंची लपटें देखी गईं। इससे बड़ा विस्फोट होने के संकेत मिलते हैं।
ज्वालामुखी के आसपास रहने वाले करीब 40 हजार लोग घर छोड़कर चले गए हैं। लेकिन करीब एक लाख लोगों को ऐसा करना पड़ेगा। पर्यटनस्थल कुटा के तट से 75 किमी की दूरी पर आगुंग के आसपास प्रतिबंधित क्षेत्र को बढ़ाकर 10 किमी कर दिया गया है। सितंबर में आगुंग ज्वालामुखी से गड़गड़ाहट के बाद आसपास के 1.40 लाख लोगों को भागना पड़ा था।
54 साल पहले हुआ था भीषण विस्फोट
इंडोनेशिया दुनिया का सबसे ज्यादा ज्वालामुखी वाला क्षेत्र है जहां करीब 130 सक्रिय ज्वालामुखी हैं। इससे पहले आगुंग ज्वालामुखी में 1963 में विस्फोट हुआ था जिसमें करीब 1,600 लोग मारे गए थे। यह इंडोनेशिया का सबसे खतरनाक ज्वालामुखी विस्फोट था। पिछले साल सुमात्रा में माउंट सिनाबुंग ज्वालामुखी विस्फोट से सात लोगों की जान गई थी। जबकि 2014 में इसमें विस्फोट से 16 लोगों की मौत हुई थी।