नई दिल्ली। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय का प्रकाशन विभाग 75वें फ्रैंकफर्ट पुस्तक मेले में भागीदार कर रहा है। जर्मनी के फ्रैंकफर्ट में यह पुस्तक मेला 18 अक्टूबर से चल रहा है और 22 अक्टूबर को सम्पन्न होगा। ‘फ्रैंकफर्ट बुचमेस’ दुनिया के सबसे प्रशंसित पुस्तक मेलों में से एक है। इस मेले में प्रकाश विभाग की भागीदारी ‘इंडिया नेशनल स्टैंड’ के रूप में है। इस मेले में दुनिया भर से आने वाले पुस्तक प्रेमी भारत और अन्य देशों के प्रकाशकों के स्टैंड पर दिखायी दे रहे हैं।
प्रकाशन विभाग के स्टॉल के साथ-साथ इंडिया नेशनल स्टैंड का उद्घाटन 18 अक्टूबर को फ्रैंकफर्ट में भारतीय वाणिज्य दूतावास के वाणिज्य दूत विनोद कुमार ने किया। प्रकाशन विभाग ने अपने उत्कृष्ट साहित्यिक भंडार से कला और संस्कृति, इतिहास, सिनेमा, व्यक्तित्व और जीवनियां, भूमि और लोग, गांधीवादी साहित्य और बच्चों के साहित्य जैसे व्यापक विषयों पर पुस्तकों का अपना समृद्ध संग्रह मेले में प्रस्तुत किया है। मेले में रखी गई पुस्तकें आगंतुकों और पुस्तक प्रेमियों का मन मोह लेंगी। प्रकाशन विभाग द्वारा राष्ट्रपति भवन और प्रधानमंत्री के भाषणों पर विशेष रूप से प्रकाशित प्रीमियम पुस्तकें भी यहां प्रस्तुत की गई हैं। पुस्तक प्रेमी इन पुस्तकों के अलावा आगंतुक स्टॉल पर संभाग की लोकप्रिय और व्यापक रूप से प्रसारित पत्रिकाएं जैसे योजना, कुरूक्षेत्र, आजकल और बाल भारती को भी देख सकते हैं।
प्रकाशन निदेशालय पुस्तकों और पत्रिकाओं का एक भंडार है जो राष्ट्रीय महत्व के विषयों और भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को उजागर करता है। वर्ष 1941 में स्थापित भारत सरकार का प्रकाशन विभाग एक प्रमुख प्रकाशन गृह है और यह विभिन्न भाषाओं में भारतीय इतिहास, संस्कृति, साहित्य, जीवनियां, विज्ञान, प्रौद्योगिकी, पर्यावरण एवं रोजगार जैसे विविध विषयों पर किताबें और पत्रिकाएं प्रस्तुत करता है। यह विभाग पाठकों और प्रकाशकों के बीच विश्वसनीयता का भी एक उदाहरण है और सामग्री की प्रामाणिकता के साथ-साथ अपने प्रकाशनों के उचित मूल्य के लिए बेहतर रूप से जाना जाता है। विभाग के प्रमुख प्रकाशनों में लोकप्रिय मासिक पत्रिकाएं जैसे योजना, कुरूक्षेत्र और आजकल के साथ-साथ साप्ताहिक रोजगार समाचार पत्र ‘रोजगार समाचार’ शामिल हैं। इसके अलावा, प्रकाशन विभाग सरकार की प्रतिष्ठित संदर्भ वार्षिक ‘इंडिया ईयर बुक’ का भी प्रकाशन करता है।