माँ गंगा रामलीला समिति 14 बीघा, मुनि की रेती रामलीला के राम, लक्ष्मण और सीता के साथ पूर्णानंद घाट, जानकीपुल में विश्व प्रसिद्ध प्रथम महिला गंगा आरती में पधारे। उन्होंने मां गंगा की आरती में हिस्सा लेकर मां का आशीर्वाद लिया। पूर्णानंद घाट पर महिलाओं द्वारा विश्व प्रसिद्ध मां गंगा की दैनिक आरती में शामिल हुए। उन्होंने मां गंगा का वैदिक रीति से पूजन-अर्चना की और आरती देख अभिभूत हुए। महिलाओं ने राम, लक्ष्मण और सीता जी की आरती इस अवसर पर महिलाओं ने पुष्प वर्षा की।
डॉ विकास सूर्यवंशी प्रांतीय संगठन सचिव, उत्तराखण्ड ने कहा कि सनातन सभी को स्वीकार करता है। यह उसकी उदारता है। यह उसकी महानता है। पूरे विश्व के युवाओं में सनातन के प्रति जागरूकता बढ़ रही है। सनातन में सब आ जाते हैं। चींटी के पैर से लेकर बड़े-बड़े जीव तक सनातन धर्म में आते हैं। सनातन सूर्य जितना सत्य है। धर्म किसी सीमा में नहीं आता। सत्य, प्रेम और करुणा ही हमारे लिए धर्म है, इसलिए इसमें समरसता, सामंजस्य व सद्भाव है।
इस दौरान ऋषिकेश गंगा आरती ट्रस्ट के अध्यक्ष हरिओम शर्मा ज्ञानी जी ने अंगवस्त्र देकर उनका स्वागत किया।
माँ गंगा रामलीला समिति 14 बीघा, मुनि की रेती रामलीला में कलाकारों को पर्दे के पीछे से आवाज दे रहे आकाशवाणी बरेली से आये संजय मठ जी एवं देवेंद्र रावत जी, भजन गायक ओमप्रकाश भारद्वाज जी, निर्देशक संतोष बडोला, समिति के पदाधिकारी संदीप परमार, राजपाल राणा , प्रदीप सकलानी, अनिल बडोनी, जितेंद्र उनियाल, अनिल राणा, डॉ मनीष भट्ट का भी सम्मान किया गया। इस अवसर पर विशेष रूप से आरोग्य भारती उत्तराखण्ड प्रान्त के संगठन सचिव एवं रामलीला समिति के सलाहकार डॉ विकास सूर्यवंशी भी उपस्थित रहे।
महिला गंगा आरती में मुख्य रूप से डॉ. ज्योति शर्मा, वंदना, आशा, मंजू जोशी और गायत्री आदि महिलाओं ने गंगा आरती की।