नई दिल्ली। पहले मैच में शुरूआती दबाव झेलने वाली भारतीय टीम अफगानिस्तान के खिलाफ रविवार को यहां विश्व कप के दूसरे मुकाबले में एकतरफा जीत दर्ज करने के इरादे से उतरेगी।
कप्तान रोहित शर्मा ने कहा है कि भारत के सामने सबसे बड़ी चुनौती नौ अलग अलग जगहों पर हालात के अनुरूप ढलने की होगी।
चेपॉक पर धीमे और स्पिनरों के मददगार विकेट के बाद अब फिरोजशाह कोटला पर खेलना है जहां दक्षिण अफ्रीका और श्रीलंका के बीच पिछले सप्ताह खेले गए मैच में 700 से अधिक रन बने थे।
शुभमन गिल डेंगू के कारण यह मैच नहीं खेल पायेंगे जिससे ईशान किशन को एक बार फिर रोहित के साथ पारी का आगाज करने का मौका मिलेगा।
आस्ट्रेलिया के खिलाफ किशन और श्रेयस अय्यर खराब शॉट खेलकर आउट हुए थे जिससे भारत को अच्छी शुरूआत नहीं मिल सकी। उन्हें इस बार इस गलती से पार पाना होगा।
गिल अगर तीन दिन बाद पाकिस्तान के खिलाफ होने वाले मैच से पहले उबर नहीं पाते हैं तो ईशान को एक बड़े मैच में पारी का आगाज करने का मौका मिल सकता है।
अफगानिस्तान के आक्रमण का सामना करना भारत के लिये मुश्किल नहीं होगा जिसके पास मिचेल स्टार्क और जोश हेजलवुड जैसे गेंदबाज नहीं हैं। मैदान छोटा होने से चौके छक्के लगने की संभावना भी अधिक है।
विश्व कप से पहले पिच दोबारा बिछाई गई है जिससे उसका स्वभाव भी बदला है। यह मैच विराट कोहली के अपने शहर में हैं और वह चेन्नई में दिखाई गई लय को कायम रखना चाहेंगे। अपने नाम से बने पवेलियन के सामने खेलकर कोहली प्रशंसकों को यादगार मैच की सौगात देने को आतुर होंगे।
राहुल ने पिछले महीने एशिया कप के बाद से अच्छा प्रदर्शन किया है। टीम प्रबंधन ने आलोचना के बावजूद उन पर भरोसा बनाये रखा जिस पर वह खरे उतरे।
गेंदबाजी में आस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत का संयोजन शानदार रहा। भारत ने बीच के ओवरों में छह विकेट लिये। भारत अगर तीन स्पिनरों को लेकर नहीं उतरता है तो आर अश्विन की जगह मोहम्मद शमी ले सकते हैं।
दूसरी ओर बांग्लादेश से हारने के बाद अफगानिस्तान टीम बेहतर प्रदर्शन के इरादे से उतरेगी। अफगानिस्तान की ताकत उसके स्पिनर रहे हैं लेकिन बल्लेबाजो को उनका साथ देना होगा।
सलामी बल्लेबाज रहमानुल्लाह गुरबाज ही फॉर्म में दिख रहे हैं। बांग्लादेश के खिलाफ पूरी टीम 156 रन पर आउट हो गई थी लेकिन इसमें सुधार करना होगा।