नई दिल्ली। डेनमार्क के कोपेनहेगन विश्वविद्यालय के एक प्रतिनिधिमंडल ने दिल्ली विश्वविद्यालय का दौरा किया और जलवायु परिवर्तन जैसे विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। इस दौरान डेनमार्क के महावाणिज्य दूतावास के इनोवेशन सेंटर से डेनमार्क टीम के कर्मचारी भी उपस्थित रहे। दिल्ली विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. योगेश सिंह ने अपने स्वागत भाषण में कहा कि भारत और डेनमार्क के बीच बहुत पुराने और परंपरागत रिश्ते हैं। इस अवसर पर कोपेनहेगन विश्वविद्यालय के रेक्टर (चांसलर) हेनरिक वेगेनर ने कहा कि हमारे पास भारत के साथ साझेदारी का विस्तृत इतिहास है।
दिल्ली विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. योगेश सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि दुनिया के इतने पुराने कोपेनहेगन विश्वविद्यालय के साथ संबंध होना दिल्ली विश्वविद्यालय के लिए गर्व की बात है। कुलपति ने अतिथियों का परिचय करवाते हुए दिल्ली विश्वविद्यालय का भी संक्षिप्त परिचय प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा कि अपनी 100 वर्ष की यात्रा में दिल्ली विश्वविद्यालय ने इतना विस्तार पाया है कि भारत के साथ दुनिया के अनेकों देशों में भी दिल्ली विश्ववियालय के विद्यार्थी पाए जाते हैं। उन्होने बताया कि डीयू में करीब साढ़े छः लाख विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। कुलपति ने कहा कि दोनों विश्वविद्यालयों के बीच यह संबंध अंतर्राष्ट्रीय विद्यार्थियों के लिए बहुत लाभकारी सिद्ध होंगे। उन्होंने बताया कि दिल्ली विश्वविद्यालय ज्वाइंट डिग्री, ड्यूल डिग्री और ज्वाइंट रिसर्च प्रोग्राम शुरू करने वाला है। इससे अंतर्राष्ट्रीय विश्वविद्यालयों को भी काफी फायदा मिल सकता है।
कोपेनहेगन विश्वविद्यालय के रेक्टर (चांसलर) हेनरिक वेगेनर ने अपने संबोधन में कहा कि दिल्ली विश्वविद्यालय जैसे भारत के इस सम्मानित संस्थान के साथ साझा बैठक हमारे लिए खुशी का विषय है। उन्होंने कोपेनहेगन विश्वविद्यालय के बारे में पीपीटी के माध्यम से विस्तृत जानकारी प्रस्तुत की। उन्होंने बताया कि उनका विश्वविद्यालय यूरोप में 8वें स्थान पर है। विश्वविद्यालय में कुल अकादमिक स्टाफ का 36% विदेशी शिक्षक हैं। विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों, रिसर्चर्स और नए ग्रेजुएटों द्वारा प्रति वर्ष 186 कंपनियां बनाई जाती है।
इस अवसर पर प्रतिनिधिमंडल ने दिल्ली विश्वविद्यालय के विभिन्न विषयों के विभागाध्यक्षों से संवाद भी किया। जलवायु परिवर्तन, पर्यावरण और स्थिरता, स्वास्थ्य एवं जीवन विज्ञान, बुनियादी विज्ञान, खाद्य एवं कृषि, डेयरी एवं पशु चिकित्सा विज्ञान तथा आर्थिक कानून और मानविकी जैसे विषयों पर दिल्ली विश्वविद्यालय और कोपेनहेगन विश्वविद्यालय के समकक्षों ने अपने-अपने विश्वविद्यालय के विभागों के बारे में जानकारी साझा की। बैठक के आरंभ में दिल्ली विश्वविद्यालय के इंटरनेशनल रिलेशन के चेयर पर्सन प्रोफेसर चन्द्र शेखर ने सभी का स्वागत किया। कुलपति प्रो. योगेश सिंह विदेशी मेहमानों को परंपरागत रूप से सम्मानित किया। कार्यक्रम के दूसरे सत्र में संकाय सदस्यों के बीच सामूहिक चर्चा हुई जिसका कोर्डिनेशन साउथ कैंपस के निदेशक प्रो. श्री प्रकाश सिंह द्वारा किया गया। शोधकर्ताओं और प्रोफेसरों की सामूहिक चर्चा के पश्चात धन्यवाद ज्ञापन के साथ बैठक संपन्न हुई।