पपीता एक ऐसा फल है, जो साल के बारह महीने आसानी से मिलता है। बेहद कम दाम में मिलने वाला यह सेहत के लिए बेहद ही गुणकारी है। पपीता सिर्फ पाचन तंत्र के लिए ही अच्छा नहीं माना जाता है, बल्कि यह वजन कम करने में भी मददगार है। अगर आप एक हेल्दी लाइफस्टाइल जीते हुए पपीते को अपनी डाइट का हिस्सा बनाते हैं तो इससे यकीनन आपको वजन कम करने में मदद मिलती है। यह एक नहीं, बल्कि कई तरीकों से वजन कम करने में सहायक है। तो चलिए जानते हैं इसके बारे में-
कैलोरी होती है कम
पपीता एक ऐसा फल है, जिसका कैलोरी काउंट काफी कम होता है। इसलिए, जब आप इसका सेवन करते हैं तो आपको फुलर तो महसूस होता है, लेकिन आपका कैलोरी काउंट गड़बड़ाता नहीं है। मिड मील्स में पपीता खाने से आप अनहेल्दी स्नैकिंग करने से बच जाते हैं।
फाइबर होता है अधिक
पपीता में डायटरी फाइबर अच्छी मात्रा में पाया जाता है। जिसके कारण पपीता आपको अधिक देर तक फुलर होने का अहसास करवाता है। फाइबर होने के कारण आप ओवरईटिंग से बच जाते हैं और इससे कैलोरी इनटेक को बैलेंस करने में मदद मिलती है। जिससे आपके लिए वजन कम करना अधिक आसान हो जाता है।
बेहतर हाइड्रेशन
पपीते का सेवन करने का एक लाभ यह होता है कि इसमें पानी की मात्रा अधिक होती है। जिसके कारण आपको खुद को हाइड्रेटेड रखने में मदद मिलती है। आपको शायद पता ना हो, लेकिन कभी-कभी आपका शरीर प्यास को भूख लेता है और इससे आप ओवरईटिंग करने लग जाते हैं। इसलिए, जब आप पपीता खाते हैं तो इससे आपको हाइड्रेटेड रहने से मदद मिलती है, जिससे अनावश्यक स्नैकिंग से बचा जा सकता है।
फैट होता है कम
जिस तरह पपीते में कैलोरी कम होती है, ठीक उसी तरह यह फैट फ्री होता है। इसलिए, जब पपीते को डाइट में शामिल किया जाता है तो इससे आप अपने फैट इनटेक को कम कर पाते हैं और इस तरह वजन कम करना काफी आसान हो जाता है।
पाचन में सहायक
पपीते में पपेन और काइमोपैपेन होते हैं, जो पाचन में सहायता करते हैं और कब्ज से लड़ते हैं। इतना ही नहीं, यह पेट के अल्सर की रोकथाम और उपचार करने में भी मदद कर सकता है। हेल्दी गट और डाइजेस्टिव सिस्टम वजन कम करने में सहायक माना जाता है।