लाहौर। भारत की मोस्ट वॉन्टेड आतंकियों की लिस्ट में शामिल हफीज सईद की नजरबंदी खत्म हो सकती है। पाकिस्तानी मीडिया के हवाले से ये खबर सामने आई कि लाहौर कोर्ट ने हाफिज की नजरबंदी बढ़ाने से इन्कार कर दिया है।
हालांकि पाकिस्तान की सरकार को यह डर सताने लगा है कि अगर मुंबई हमले के इस मास्टरमाइंड और जमात-उद-दावा सरगना को रिहा कर दिया गया तो, मुल्क पर कई तरह की पाबंदियां लग सकती है। पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की सरकार ने पाकिस्तानी न्यायिक समीक्षा बोर्ड के सामने यह बात कही है। इसमें कहा गया है कि हाफिज सईद को नजरबंद नहीं रखा तो अंतरराष्ट्रीय समुदाय नाराज हो जाएगा।
पंजाब प्रांत के गृह विभाग के एक अधिकारी ने समीक्षा बोर्ड से कहा कि सईद की रिहाई से पाकिस्तान पर अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंध लग सकते हैं। उन्होंने कहा, ‘हम आग्रह करते हैं कि बोर्ड सईद को रिहा नहीं करे क्योंकि पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों का सामना करना पड़ सकता है।
अधिकारी ने बोर्ड से यह भी कहा कि संघीय वित्त मंत्रालय के पास सईद के खिलाफ कुछ महत्वपूर्ण सुबूत हैं, जो उसकी नजरबंदी को जायज ठहराते हैं। उन्होंने कहा कि खुफिया एजेंसियों की रिपोर्ट के आधार पर ही सईद को नजरबंद किया गया है।
इससे पहले सईद को कड़ी सुरक्षा के बीच न्यायिक बोर्ड के समक्ष पेश किया गया था। इस दौरान बड़ी संख्या में हाफिज के समर्थक भी कोर्ट परिसर में मौजूद रहे। समर्थक हाफिज के पक्ष में नारेबाजी करते हुए उसे तुरंत रिहा करने की मांग कर रहे थे। पिछले महीने न्यायिक बोर्ड ने हाफिज की नजरबंदी को 30 दिनों के लिए बढ़ा दिया था। मगर अब उसकी नजरबंदी हटने की बात सामने आ रही है।