यरूशलम। इजराइल के जासूस शबताई शावित का 84 वर्ष की आयु में इटली में निधन हो गया । शावित की मोसाद खुफिया एजेंसी के निर्देशक के रूप में कार्यकाल के दौरान जॉर्डन के साथ इजराइल की ऐतिहासिक शांति संधि को आगे बढ़ाने में अहम भूमिका थी। इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय ने शावित मृत्यु का कारण स्पष्ट किए बिना, एक बयान में बताया कि इटली में छुट्टी मनाने के दौरान शावित की मृत्यु हो गई।
बयान में मोसाद के प्रमुख डेविड बार्निया ने शावित की प्रशंसा की है और उन्हें, ”इजराइल की संचालन, खुफिया, सुरक्षा और रणनीति के क्षेत्र का महत्वपूर्ण स्तंभ बताया है।” शावित ने वर्ष 1989 से 1996 तक मोसाद का नेतृत्व किया था। उन्होंने सोवियत संघ के पतन, शीत युद्ध की समाप्ति और वर्ष 1991 में पहले खाड़ी युद्ध के दौरान विदेशी धरती पर इजराइल के अभियानों का जिम्मा संभाला था। 1994 में जॉर्डन के साथ कूटनीतिक संबंधों की स्थापना में उनकी अहम भूमिका थी। शावित ने अपनी सेवा के तीन दशकों से अधिक समय में ईरान में एक खुफिया पद पर लगभग दो साल बिताए थे। उन्होंने यह पद इस्लामी क्रांति से पूर्व संभाला था। इस्लामी क्रांति के बाद इजराइल और ईरान के रिश्ते बिगड़ गए।