12वीं बाद पढ़ाई के ट्रेंड को अगर देखें तो ज्यादातर लोग बीटेक ही करते हैं। लोगों की सोच यह कि बीटेक से जो बचते हैं, वे ही बीएससी का रुख करते हैं यानी बीएससी उनकी पहली चॉइस नहीं होती लेकिन मजबूरन उन्हें इसमें ऐडमिशन लेना पड़ता है। अगर आपकी भी सोच यही है तो जान लीजिए, आप भ्रम में हैं। बीएससी अपने आप में एक ऐसी डिग्री है जो करियर में आगे एक नहीं वरन कई रास्ते खोलती है। वर्तमान समय में कई नई डिग्रियों के बीच बीएससी की परंपरागत डिग्री भले ही थोड़ी ‘ओल्ड फैशन्ड’ मानी जाती हो मगर असल में इस परंपरागत डिग्री के बाद आगे पढ़ाई करने के साथ-साथ जॉब के लिए भी कई आकर्षक राहें खुलती हैं। जरूरत है तो बस सब्जेक्ट पर अच्छे से पकड़ बनाकर उसके सब्जेक्ट्स के अप्लाइड पार्ट पर काम करने की। आपका करियर बनाने में बीएससी कैसे काम आ सकती है, विशेषज्ञों से मिलकर जाना गौतम तिवारी ने पूरा हाल…
अप्लाइड साइंस देगी मौका
बीएससी का मतलब सिर्फ फिजिक्स, केमिस्ट्री, मैथ्स, बायॉलजी ही नहीं है। अप्लाइड साइंस के कई ऐसे सब्जेक्ट्स हैं जिनमें बीएससी करके आप आसानी से अपना करियर बना सकते हैं। ऐसे कुछ उपयोगी विषय हैं…कम्प्यूटर साइंस, माइक्रोबायॉलजी, ऐनिमेशन, इलेक्ट्रॉनिक्स, न्यूट्रिशन, बायॉइन्फर्मेटिक्स, बायॉकेमिस्ट्री, मल्टीमीडिया, इन्फर्मेशन टेक्नॉलजी, ऐविएशन, अग्रीकल्चर, साइकॉलजी, जेनेटिक्स, फरेन्सिक साइंस, फैशन टेक्नॉलजी, नर्सिंग, फूड टेक्नॉलजी, फॉरेस्ट्री, एक्वाकल्चर, फिजियोथेरपी आदि।
इनमें से किसी विषय में बीएससी करने के बाद उससे संबंधित क्षेत्र में कई तरह के अवसर खुल जाते हैं। बीएससी के बाद कोई स्किल-बेस्ड शॉर्ट-टर्म टेक्निकल कोर्स भी कर सकते हैं। जैसे एसएपी, जावा, एसक्यूएल, फाइनैंशल अकाउंटिंग आदि। इंडस्ट्रीज में ऐसे प्रफेशनल्स की मांग रहती है। बीएससी ग्रैजुएट्स को भी कई सेक्टर में अच्छी कमाई व भविष्य के लिए आकर्षक संभावनाओं वाली जॉब मिल सकती है। ये इंडस्ट्रीज हैं-हेल्थ केयर सर्विस प्रोवाइडर्स, स्पेस रिसर्च इंस्टिट्यूट्स, अग्रीकल्चर इंडस्ट्री, फार्मासूटिकल्स ऐंड बायॉटेक्नॉलजी इंडस्ट्री, ऑइल इंडस्ट्री, रिसर्च फर्म्स, इंडस्ट्रियल लैबोरेट्रीज, टेस्टिंग लैबोरेट्रीज, हॉस्पिटल, फूड इंडस्ट्री, केमिकल इंडस्ट्री आदि।
बीएससी के बाद डिप्लोमा कोर्स
बीएससी के बाद कुछ अच्छे डिप्लोमा कोर्स कर के भी आप आसानी से अपना करियर बना सकते हैं। ये डिप्लोमा कोर्स इस प्रकार हैं…
-पी.जी डिप्लोमा इन प्रिवेंटिव ऐंड प्रोमोटिव हेल्थ केयर
-पी.जी डिप्लोमा इन इंस्ट्रक्शनल डिजाइन
-पी.जी डिप्लोमा इन केमो-इंफर्मेटिक्स
-इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ रियल एस्टेट -प्रिंसिपल्स ऐंड प्रैक्टिसेज ऑफ़ रियल एस्टेट
-मास्टर ऑफ़ साइंस इन काउंसलिंग ऐंड फैमिली थेरपी
बीएससी बाद पोस्ट ग्रैजुएशन भी विकल्प
यदि आप बीएससी करने के बाद पोस्ट ग्रैजुएशन करना चाहते हैं तो आप एमएससी कर सकते हैं। बीएससी में अगर आपके पास मैथ्स है तो मैथ्स से एमएससी एक अच्छा विकल्प हो सकता है। अगर बायो, फॉरेस्ट्री, जूलॉजी जैसे सब्जेक्ट हैं तो भी एमएससी बेहतर विकल्प है। बीएससी के बाद पोस्ट ग्रैजुएशन में सिर्फ एमएससी ही विकल्प नहीं बल्कि एमबीए करके मैनेजमेंट के क्षेत्र में, एमसीए करके आईटी के क्षेत्र में या फिर बीएड करके एजुकेशन के क्षेत्र में भी जा सकते हैं।
बीएससी बाद हॉबी कोर्सेस भी देते हैं करियर
जरूरी नहीं कि बीएससी के बाद आईटीआई या डिप्लोमा से जुड़े कोर्स करना ही पसन्द करें। छात्र अपने हॉबी के अनुसार भी कोर्सेस कर सकते हैं। जैसे ऐनीमेशन, फिल्म डिजाइनिंग और फॉरेन लैंग्वेज कोर्सेज
राइटिंग ऐंड जर्नलिज्म कोर्सेज(बतौर विज्ञान पत्रकार)
सरकारी और निजी जॉब में भी रहते हैं कई मौके बीएससी के बाद या तो आप आगे पढ़ाई कर सकते हैं यदि आप चाहे तो बीएससी के बाद जॉब भी कर सकते हैं। यदि आप बीएससी के बाद सरकारी या प्राइवेट नौकरी करना चाहते हैं तो आपके पास जॉब के लिए कई एग्जाम दे सकते हैं।
इंटीग्रेटेड एमएससी भी है बीएससी का विकल्प
मैथ्स, फिजिक्स और केमिस्ट्री जैसे विषयों में अगर आपकी रूचि है और रिसर्च या अकेडमिक्स में आपकी रूचि है तो बीएससी की जगह इंटीग्रेटेड एमएससी को तरजीह देना फायदेमंद हो सकता है। इंट्रीग्रेटेड एमएससी पांच साल का कोर्स होता है। इसमें ऐडमिशन नेस्ट परीक्षा के जरिए ऑल इंडिया लेवल पर होते हैं। यह इंटर के बाद किया जा सकता है जिसमें बीएससी और एमएससी आप एक साथ पढ़ कर निकलते हैं। हालांकि कुछ निजी कॉलेज भी अब इंटिग्रेटिड एमएससी करा रहे हैं।