पालेकल। श्रीलंका और बांग्लादेश की टीमें गुरुवार को यहां एशिया कप में जब एक दूसरे के सामने होंगी तो उनकी निगाहें अपने अहम खिलाड़ियों की चोटों से उबरकर जीत से अभियान शुरु करने पर लगी होंगी।
श्रीलंका ने 2022 में (टी20 प्रारूप में) एशिया कप जीता था लेकिन मंगलवार तक वह इस चरण के लिए अपनी टीम की घोषणा भी नहीं कर सकी क्योंकि उसके कुछ खिलाड़ी चोटिल हैं जबकि दो कोविड-19 संक्रमित पाये गये हैं।
श्रीलंकाई खिलाड़ी वानिंदु हसारंगा, दुश्मंता चामीरा, लाहिरू कुमारा और दिलशान मधुशंका चोटों से जूझ रहे हैं जबकि कुसाल परेरा अभी कोविड-19 संक्रमण से नहीं उबरे हैं। इन झटकों से पहले भी श्रीलंकाई टीम इस साल वनडे में फॉर्म खराब से गुजर रही थी। उन्हें साल के शुरु में भारत के हाथों 0-3 से हार मिली और फिर न्यूजीलैंड ने भी उसे 2-0 से पराजित किया।
इसके बाद टीम घरेलू मैदान पर अफगानिस्तान को हराने में सफल रही जिससे पहले हरारे में आईसीसी क्वालीफायर में उसने काफी रन बनाये लेकिन फिर भी वह शीर्ष प्रतिद्वंद्वियों के खिलाफ अपने खेल को सुधारने में विफल रही जिससे यह उनके लिए चिंता बनी होगी।
बांग्लादेश को चुनौती देने के लिए उन्हें उम्मीद करनी होगी कि पाथुम निसांका (2023 में 687 रन), दिमुथ करूणारत्ने (481 रन) और चरिथ असालंका (341 रन) अच्छा प्रदर्शन करें जो अभी तक इस साल उसके सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज रहे हैं।
साथ ही टीम उम्मीद करेगी कि कप्तान दासुन शनाका बांग्लादेश के खिलाफ अपनी फॉर्म हासिल कर ले जिन्होंने पूरे साल भारत के खिलाफ शतक जड़ने के अलावा आक्रामक बल्लेबाजी नहीं की है। गेंदबाजी की बात की जाये तो स्पिनर महीश तीक्ष्णा (2023 में 10 मैचों में 23 विकेट) और तेज गेंदबाज कासुन रजीता (14 विकेट) को अपने मुख्य गेंदबाजों की कमी पूरी करनी होगी। श्रीलंका की टीम इस बात से राहत ले सकती है कि बांग्लादेश की टीम भी इसी स्थिति में जूझ रही है।
बांग्लादेश की टीम को चोटिल तमीम इकबाल, तेज गेंदबाज इबादत हुसैन और विकेटकीपर बल्लेबाज लिटन दास की कमी खलेगी। दास वायरल बुखार से अभी तक उबर नहीं सके हैं जिससे बुधवार को वह पूरे एशिया कप से बाहर हो गये। विकेटकीपर बल्लेबाज अनामुल हक बिजॉय को दास की जगह शामिल किया गया।
बांग्लादेश की टीम आमतौर पर घरेलू मैदान पर मजबूत होती है लेकिन वह इस साल इंग्लैंड और अफगानिस्तान के खिलाफ वनडे श्रृंखला गंवा बैठी। एशिया कप से पहले आयरलैंड पर जीत ही उनकी चिंताओं को कम करने के लिए काफी नहीं होगी। हालांकि उनके पास बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों में व्यक्तिगत प्रदर्शन वाले खिलाड़ी मौजूद हैं।
कप्तान शाकिबुल हसन, मुश्फिकुर रहीम और नजमुल शांटो ने इस साल 400 से ज्यादा रन बनाये हैं जबकि युवा तौहिद हृदय ने भी 300 से ज्यादा रन बनाये हैं। लेकिन इनमें से ज्यादा रन आयरलैंड के खिलाफ बने थे। अनुभवी मुस्तफिजुर रहमान, शोरीफुल इस्लाम और तास्किन अहमद ने इस साल गेंदबाजी में अच्छा प्रदर्शन किया है लेकिन वे मजबूत प्रतिद्वंद्वी जैसे इंग्लैंड या भारत के खिलाफ कुछ खास नहीं कर पाये हैं।
दोनों टीमों के लिए गुरुवार को मैच जीतना काफी अहम होगा क्योंकि उन्हें ग्रुप बी के अगले मैच में अफगानिस्तान से भिड़ना है। दोनों टीमें जीत के लिए हर संभव प्रयास करेंगी क्योंकि बारिश की संभावना को देखते हुए ‘नेट रन रेट’ अहम हो सकता है।