वाशिंगटन। अमेरिका में ‘कैलिफोर्निया स्टेट असेम्बली’ ने जातिगत भेदभाव विरोधी एक विधेयक पारित किया है, जिसमें जाति संबंधी भेदभाव को दूर करने और राज्य में हाशिए पर रह रहे समुदायों की रक्षा करने की बात की गई है।
असेम्बली में सोमवार को यह विधेयक पारित किया गया, जिसके बाद इसे राज्य के गवर्नर गैविन न्यूसम के पास हस्ताक्षर के लिए भेजा गया। गर्वनर के हस्ताक्षर के बाद यह विधेयक कानून बन जाएगा और इसी के साथ कैलिफोर्निया अमेरिका का पहला ऐसा राज्य बन जाएगा, जिसने भेदभाव विरोधी कानूनों में जाति को संरक्षित श्रेणी के रूप में शामिल किया है।
इस विधेयक का मकसद जाति संबंधी भेदभाव को दूर करना और राज्य में हाशिए पर रह रहे समुदायों की रक्षा करना है। इस विधेयक को राज्य की सीनेटर आयशा वहाब ने पेश किया था और इसे देश के कई जातिगत समानता नागरिक अधिकार कार्यकर्ताओं और संगठनों का समर्थन मिला। वहाब ने यह विधेयक पारित किए जाने पर असेम्बली को धन्यवाद दिया।
‘हिंदूज ऑफ नॉर्थ अमेरिका’ (सीओएचएनए) ने इसे कैलिफोर्निया के इतिहास में एक ”काला दिन” बताया।
सीओएचएनए ने एक बयान में कहा कि तटस्थ नजर नहीं आने वाला और विशेष रूप से हिंदू अमेरिकियों को लक्षित करने के लिए तैयार किया गया यह विधेयक ‘एशियन इक्सक्लूजन एक्ट’ (एशियाई बहिष्करण अधिनियम) जैसे उन अन्यायपूर्ण विधायकों की तरह साबित होगा जो पारित किए जाने के समय लोकप्रिय थे, लेकिन उनका इस्तेमाल रंग के आधार पर अल्पसंख्यकों को निशाना बनाने के लिए किया गया।