पैरेंट्स को आजकल के असुरक्षित माहौल में हर वक्त बच्चों की चिंता लगी रहती है। बच्चों को लेकर पैरेंट्स हमेशा फिक्रमंद रहते हैं। वह घर की जिम्मेदारियों के बीच भी बच्चों की अच्छी परवरिश करने की पूरी कोशिश करते हैं। लेकिन फिर भी उनकी सुरक्षा और व्यवहार को लेकर परेशान रहते हैं। कई बार बच्चे पैरेंट्स से बातें छिपाते हैं, जिनका पता होना बहुत जरूरी होता है। लेकिन पैरेंट्स चाहें तो टेक्नोलॉजी का सहारा लेकर बच्चों को लेकर टेंशनफ्री हो सकते हैं।
लाइफ 360-फुट प्रिंट:- यह दोनों ऐसे एप हैं, जिन के जरिए आप अपने बच्चों की गतिविधियों पर नजर रख सकती हैं। लाइफ 360 के जरिए आप जीपीआरएस की मदद से एक ग्रुप बना सकती हैं, जिसमें आप अपने बच्चों को जोड़ कर एक दायरा निर्धारित कर सकती हैं। जैसे ही आपका बच्चा आपके द्वारा निर्धारित दायरे से बाहर जाता है या जब वो उस दायरे में वापस आता है, तो एक मैसेज आप के फोन पर आ जाता है, जिससे आपके लिए जानना आसान हो जाता है कि बच्चा कहां है। इसी तरह फुट प्रिंट भी एक ऐसा एप है, जिससे आप बच्चे की लोकेशन ट्रैक डाउन कर फैमिली और फ्रेंड्स के साथ बांट सकती हैं। इस तरह आप बच्चे पर आसानी से नजर रख सकती हैं। इस एप के जरिए आप पता लगा सकती हैं कि आप का बच्चा इस वक्त कहां है और पहले कहां था?
एंटी सोशल:- अगर आप का बच्चा दिन भर इंटरनेट ब्राउजिंग करता है और आप उसकी इस आदत से परेशान हो चुकी हैं, तो आप इस एप का इस्तेमाल कर सकती हैं। इस एप की मदद से आप एक समय तय कर सकती हैं। जिसके बाद इंटरनेट अपने आप बंद हो जाएगा। इस एप का इस्तेमाल कर आप अपने बच्चे की आदत में सुधार ला सकती हैं और चिंता मुक्त हो सकती हैं।
इग्नोर नो मोर:- अगर आप अपने बच्चे की फोन न उठाने की आदत से परेशान हैं, तो आप इस एप का इस्तेमाल कर सकती हैं। अगर आपका बच्चा आप का फोन नहीं उठाएगा, तो इस एप की वजह से उसका फोन लॉक हो जाएगा और फोन को दोबारा से अनलॉक करने के लिए बच्चे को आपके सेलेक्टेड नंबर्स पर फोन करना होगा। इस एप के जरिए आप बच्चों की फोन न उठाने की आदत को सुधार सकती हैं।
टीनसेफ:- यह एक तरह से सर्विलॉन्स एप है। यह आपको अपने बच्चों के मोबाइल पर नजर रखने में मदद करता है। इसकी मदद से आप बिना बच्चों की जानकारी में आए, उनके फोन पर नजर रख सकती हैं। यह एप बच्चे के फोन पर आने-जाने वाले मैसेज पढ़ने में मदद करता है। इस एप की मदद से आप डिलीट मैसेज भी पढ़ सकती हैं। आप उनके कॉल लॉग, फेसबुक और इंस्टाग्राम फीड्स पर भी पूरी नजर रख सकती हैं। इस एप के जीपीआरएस की मदद से बच्चे की पल-पल की हरकतों पर भी नजर रख सकती हैं।