नई दिल्ली। अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय रेटिंग एजेंसी मूडीज द्वारा भारतीय अर्थव्यवस्था को बेहतर रेटिंग देने पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बयान दिया है। पीएम मोदी ने कहा कि मूडीज की बेहतर रेटिंग से भारत की वैश्विक छवि सुधरेगी। मूडीज की रेटिंग से मौजूदा सरकार के वित्तीय फैसलों को एक बार फिर मान्यता मिली है। अपने बयान में पीएम मोदी ने कहा कि इससे भारत का कारोबारी वातावरण बेहतर होगा। इससे भारत के उद्योग-धंधों की उत्पादकता बढ़ेगी। इतना ही नहीं इससे भारत में घरेलू एवं विदेशी निवेश बढ़ेगा। इन सभी से भारत की अर्थव्यवस्था और मजबूत होगी। अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय क्रेडिट एजेंसी मूडीज ने भारत की रेटिंग बेहतर कर दी है। मूडीज ने भारत की रेटिंग को बीएए-3 से बढ़ाकर बीएए-2 श्रेणी में रखा दिया है। मूडीज ने भारत की रेटिंग 13 साल बाद बढ़ाई है। इससे पहले मूडीज ने जनवरी, 2004 में भारत को बेहतर रेटिंग दी थीद्य तब देश में अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व की एनडीए सरकार थी। ये संयोग है कि मूडीज की बेहतर रेटिंग एक बार फिर एनडीए की सरकार के वक्त ही आई है। मूडीज ने भारत को ये बेहतर रेटिंग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की मौजूदा सरकार द्वारा मई, 2014 से अब तक लिए गए वित्तीय फैसलों के चलते दी है। मूडीज ने भारत को बेहतर रेटिंग देने में बहुत से वित्तीय पक्षों को ध्यान में रखा। भारत सरकार के द्वारा लिए जा रहे फैसले, जिनका सीधे तौर पर देश की अर्थव्यवस्था पर दूरगामी प्रभाव पड़े एवं जो अर्थव्यवस्था में संस्थागत सुधार करें, के चलते मूडीज ने भारत को विश्व में बेहतर प्रदर्शन कर रही अर्थव्यवस्थाओं की श्रेणी में रखा। इन वित्तीय सुधारों में वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) को एक महत्वपूर्ण फैसला बताया गया है, जिसके द्वारा एक राष्ट्र, एक टैक्स की वैश्विक संकल्पना को भारत ने मूर्त रूप दिया है। मूडीज ने इसे एक दूरगामी परिणाम देने वाला कर-सुधार करार दिया है। जिससे सरकार अपने टैक्स ढांचे को बेहतर कर सकेगी और टैक्स चोरी रोक सकेगी। इतना ही नहीं इसके द्वारा टैक्स न देने वालों और टैक्स देने वालों के बीच न्याय हो सकेगा। मूडीज ने 13 साल बाद भारत की रेटिंग में सुधार किया है। एजेंसी ने भारत को बीएए-3 से निकालकर अब बेहतर रेटिंग बीएए-2 दी है। इससे पहले भारत को बेहतर रेटिंग 13 साल पहले जनवरी, 2004 में मिली थी, जब भारत को बीए-1 से हटाकर बेहतर रेटिंग बीएए-3 में रखा गया था। उसके बाद अब भारत की रेटिंग में सुधार हुआ है। मूडीज दुनिया की जानी-मानी रेटिंग संस्था है, जिसका रेटिंग किसी भी देश की अर्थव्यवस्था में विदेशी निवेश, दुनिया में उस अर्थव्यवस्था को लेकर दूसरे देशों का रूख तय करती है।