स्वास्थ्य या कहें वेलनेस के लिए यात्रा करने की अवधारणा कोई नई नहीं है। ऐसा सदियों से होता आया है। मसलन, तन और मन का स्वास्थ्य सुधारने की खातिर हिमालय पर जाने का चलन। अधिकांश प्राचीन सभ्यताओं में स्वास्थ्य लाभ हेतु लोगों के किसी खास स्थान की यात्रा करने के प्रमाण मिलते हैं। आज यूं तो स्वास्थ्य संबंधी सेवाएं एक फोन कॉल पर उपलब्धथ हो जाती हैं लेकिन साथ ही वेलनेस टूरिज्म का चलन भी बढ़ रहा है। विभिन्न स्पा, योग सेंटर, आयुर्वेदिक केंद्र आदि देश-विदेश से लोगों को अपनी ओर खींच रहे हैं।
भारत बना आकर्षण:-आज देश में बड़ी संख्या में स्पा संचालित हो रहे हैं, जिनमें हजारों लोगों को रोजगार मिला हुआ है। स्वास्थ्य एवं अध्यात्म के क्षेत्र में भारत की प्राचीन परंपराओं के बारे में दुनिया जानती है। यही कारण है कि हर साल बड़ी संख्या में विदेशी पर्यटक वेलनेस टूरिस्ट बनकर यहां आते हैं। साथ ही, देशी पर्यटक भी ऐसे वेलनेस टूरिस्ट डेस्टिनेशंस पर बढ़-चढ़कर जाने लगे हैं। तनाव भरे जीवन के बीच कुछ शांति और तन-मन की शुद्धि की चाह रखने वाले देशी-विदेशी पर्यटकों की संख्या जैसे-जैसे बढ़ रही है, वैसे-वैसे वेलनेस टूरिज्म इंडस्ट्री का विस्तार होता जा रहा है और इसमें करियर बनाने का स्कोप भी बढ़ रहा है।
टूरिज्म का बड़ा हिस्सा:-छुट्टियों में किसी दर्शनीय स्थल पर आराम भी फरमा लिया जाए और प्राकृतिक चिकित्सा आदि द्वारा अपना उपचार भी करा लिया जाए, यह विचार पिछले कुछ वर्षों में काफी लोकप्रिय हुआ है। आधुनिक जीवनशैली से उपजी शारीरिक व मानसिक समस्याओं के बढ़ने और लोगों के पास खुद पर खर्च करने के लिए पैसा पहले से अधिक आने के कारण इस चलन को बल मिला है। इसकी वजह से टूर ऑपरेटर्स तथा सर्विस प्रोवाइडर्स के लिए अनेक अवसर उपलब्धर हुए हैं। आज पर्यटन उद्योग की कुल आय में से लगभग एक-तिहाई आयुर्वेदिक, प्राकृतिक चिकित्सा केंद्र, स्पा आदि के माध्यम से हो रही है।
कहां हैं अवसर:-वेलनेस टूरिस्ट कई लक्ष्य लेकर आते हैं, मसलन वेट लॉस, डिटॉक्स, मसाज, योग, स्किन ट्रीटमेंट आदि। इन सारी फील्ड्स में विशेषज्ञता रखने वाले युवाओं के लिए वेलनेस टूरिज्म में अच्छे मौके हैं। फिलहाल अधिकांश स्पा तथा वेलनेस डेस्टिनेशन केरल व उत्तराखंड में हैं मगर अब ये अन्य राज्यों में भी फैल रहे हैं। पंच सितारा होटल अपने परिसर में ही ऐसे स्पा की सुविधाएं उपलब्ध। करवा रहे हैं। इसके चलते ऐसे होेटलों वाले शहरों में भी अवसर हैं।
खास बात यह है कि वेलनेस टूरिज्म इंडस्ट्री के विकास के साथ इससे किसी-न-किसी रूप में जुड़े कई अन्य सेक्टर्स भी लाभान्वित हो रहे हैं। ये हैंः लाइट फिटिंग्स, म्यूजिक इक्विपमेंट्स, फर्नीशिंग, फर्नीचर, कॉस्मेटिक्स, प्लंबिंग आदि। निर्माण उद्योग को भी इससे फायदा होना ही है। फिर मैनजेमेंट, मार्केटिंग आदि के क्षेत्र तो हैं ही।
कौन आ सकते हैं:-इस उद्योग में परंपरागत तथा गैर-परंपरागत दोनों तरह के चिकित्सा विशेषज्ञों के लिए अवसर हैं। खास तौर पर कॉस्मेटोलॉजिस्ट, कॉस्मेटिक सर्जन, डर्मेटोलॉजिस्ट तथा विभिन्न प्रकार के मेडिकल टेक्निशियंस की यहां मांग है। रेकी मास्टर, योग शिक्षक, मसाज विशेषज्ञ, स्पा थैरेपिस्ट आदि की मांग भी तेजी से बढ़ती जा रही है। यदि आप चाहें, तो ट्रैवल कंसल्टेंट बनकर देश-विदेश के पर्यटकों को देश-विदेश में स्थित ऐसे केंद्रों की जानकारी दे सकते हैं और उनकी वहां तक की यात्रा की व्यवस्था कर सकते हैं।