18 Nov बर्लिन। 1997 में जर्मनी के शहर फ्रेंकफर्ट में एक शख्स ने अपने कार के चोरी होने की रिपोर्ट लिखाई। इसके बीस साल बाद पुलिस ने इस शख्स की कार को ढूंढ निकाला। मगर तफ्तीश के बाद पुलिस को ये पता चला कि ये कार चोरी नहीं हुई थी, बल्कि जिस शख्स ने इसके चोरी होने की रिपोर्ट लिखाई थी। वो ही इसे पार करके भूल गया था।
ये कार शहर की पुरानी फैक्ट्री के गैरेज में मिली, जो टूट चुकी थी। इतने सालों में कार भी भंगार हो चुकी थी। पुलिस ने 76 साल के इस बुजुर्ग को उनकी कार दिलवाई। हालांकि कार अब ऐसी हालत में नहीं बची कि उसे चलाया जा सके।
ये कोई पहला वाकया नहीं है, इससे पहले भी जर्मनी के म्यूनिख शहर में ऐसी घटना हुई थी, जब एक शख्स नशे की वजह से अपनी कार पार्किंग में खड़ी करके भूल गया और दो साल बाद उसे अपनी कार मिली। इसके बाद इस शख्स ने कार के चोरी होने की रिपोर्ट लिखाई।
तफ्तीश के बाद पुलिस ने इस शख्स की कार उस जगह से चार किलोमीटर दूर बरामद की, जहां वो उसे पार्क करके भूल गया था। इस कार की डिक्की में चालीस हजार यूरो और तकरीबन पचास हजार यूरो के इंजीनियरिंग टूल्स भी पड़े थे।
ऐसा नहीं है कि केवल जर्मनी में ही ऐसा वाकया हुआ है। इसी साल स्कॉटलैंड में भी इसी तरह की एक घटना हुई, जब एक शख्स एक पार्टी के बाद बाहर आया तो अपनी कार को लापता पाया। इसके बाद इस शख्स ने कई दिनों तक अपनी कार ढूंढी। इसके लिए स्थानीय पुलिस के अलावा कई कंपनियों की भी मदद ली। मगर जब कार नहीं मिली तो वो थक-हारकर बैठ गया।
हालांकि 6 महीने बाद उसे उसी जगह वो कार मिल गई, जहां उसने पार्क की थी। ये अलग बात है कि उसे 6 महीने तक पार्किंग का पांच हजार पाउंड का किराया चुकाना पड़ा।