गिरिडीह। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने आरोप लगाया है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और ऑल झारखण्ड स्टूडेंट्स यूनियन (आजसू) केवल सत्ता से प्यार करते हैं और उन्हें राज्य के लोगों की कोई चिंता नहीं है।
गिरिडीह जिले के डुमरी में झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) की उम्मीदवार बेबी देवी के लिए बृहस्पतिवार को चुनावी रैली को संबोधित करते हुए सोरेन ने आरोप लगाया कि भाजपा और आजसू को केवल ‘डराने और धमकाने’ की राजनीति आती है।
सोरेन ने कहा, ”उनका काम केवल बांटना और राज करना है। वे लोगों को आपस में लड़ाकर अपनी राजनीति की रोटियां सेंकते हैं। उन्हें झारखंड के लोगों की कोई चिंता नहीं है। उन्हें केवल सत्ता से प्यार है।” झारखंड में भाजपा-आजसू 20 वर्ष तक सत्ता में रहीं हैं।
मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया,”उन्होंने झारखंड में इस प्रकार से शासन किया कि झारखंड देश का सबसे पिछड़ा राज्य बन गया। उन्होंने योजनाबद्ध तरीके से इस राज्य को खोखला करने का काम किया।”
केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए सोरेन ने आरोप लगाया कि जब उन्होंने आदिवासी राज्य के गरीब और जरुरतमंद लोगों के लिए 1.36 लाख करोड़ रुपये की बकाया राशि की मांग की तो सबसे पहले सरकार बहाने बनाने लगी। मुख्यमंत्री ने कहा,”जब हमने दस्तावेज दिखाए तो उन्होंने मुझे जेल में डालने के लिए मेरे पीछे ईडी और सीबीआई लगा दी। ”
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कथित रक्षा भूमि घोटाले की जांच के सिलसिले में पिछले सप्ताह सोरेन को रांची में केंद्रीय एजेंसी के कार्यालय में 14 अगस्त को पेश होने के लिए नोटिस भेजा था। हालांकि, मुख्यमंत्री पूर्व निर्धारित कार्यक्रमों का हवाला देते हुए एजेंसी के सामने पेश नहीं हुए थे।
सत्तारूढ़ झामुमो की बेबी देवी और आजसू पार्टी की यशोदा देवी ने बृहस्पतिवार को डुमरी विधानसभा के लिए पांच सितंबर को होने वाले उपचुनाव के लिए नामांकन पत्र दाखिल किया जो क्रमश विपक्षी गठबंधन इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इनक्लूसिव अलायंस (इंडिया) और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग)के उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ेगी। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के उम्मीदवार मौलाना अब्दुल मोबिन रिजवी ने भी इसी दिन अपना नामांकन दाखिल किया।
झामुमो उम्मीदवार के पक्ष में प्रचार करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा,”बेबी देवी जी और झारखंड सरकार दिवंगत जगरनाथ महतो के सपनों और अधूरे कार्यों को पूरा करने के लिए काम करेगी।” उन्होंने कहा कि महतो में अपने विधानसभा क्षेत्र की जनता के प्रति जो समर्पण और प्रतिबद्धता थी वह कम ही देखने को मिलती है।
डुमरी के मतदाताओं से अपील करते हुए सोरेन ने कहा,” उपचुनाव में तीर और धनुष के बटन को दबाकर बेबी जी को जीत दिलाना ही दिवंगत महतो जी को सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित करना होगा। ”
डुमरी विधानसभा सीट के लिए पांच सितंबर को उपचुनाव होंगे , मतगणना आठ सितंबर को की जाएगी। उपचुनाव में नामांकन की अंतिम तिथि 17 अगस्त थी।
जगरनाथ महतो के निधन से रिक्त हुई सीट पर उपचुनाव हो रहे हैं। महतो का लंबी बीमारी के बाद छह अप्रैल को चेन्नई के एक अस्पताल में निधन हो गया था।