नई दिल्ली। राज्यसभा में शुक्रवार को सेवानिवृत्त हो रहे नौ सदस्यों को भावभीनी विदाई दी गयी।
भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) के दिनेश चंद्र जेमलभाई अनावाडिया ने कहा कि वह गुजरात के कुम्हार समाज से आते हैं। अपने समाज के राज्यसभा में पहले प्रतिनिधि हैं। इसके लिए उन्होंने अपनी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का आभार प्रकट किया।
कांग्रेस के पी. भट्टाचार्य ने कहा कि यह सदन इसकी आत्मा का प्रतिनिधित्व करता है। श्री भट्टाचार्य पश्चिम बंगाल का प्रतिनिधित्व करते हैं। उन्होंने मणिपुर हिंसा का मुद्दा उठाया।
भाजपा के महाराष्ट्र से आए जुगल सिंह लोखंडवाला ने कहा कि उन्हें विपक्ष के नेता मलिकार्जुन खड़गे और उप सभापति हरिवंश और सभी सदस्यों से बहुत कुछ सीखने का मौका मिला है। उन्होंने कहा कि हर मामले में राजनीति नहीं करनी चाहिए। देश सर्वोपरि है। उन्होंने कहा कि उन्हें अनुच्छेद 370 हटाने, तीन तलाक तथा अन्य महत्वपूर्ण कानूनों को बनाने में हिस्सा लेने का मौका मिला है। उन्हें इसका गर्व है।
तृणमूल कांग्रेस की शांता छेत्री ने अमर शहीद खुदीराम बोस को श्रद्धांजलि अर्पित की। श्रीमती छेत्री ने कहा कि सदन में सदस्यों ने बहुत कुछ सीखने का मौका मिला है। सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा कि वह सदन में श्रीमती छेत्री का अभाव महसूस करेंगे।
तृणमूल कांग्रेस की सुष्मिता देव ने अमर शहीद खुदीराम बोस को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि राज्यसभा में आना उनके लिए सौभाग्य की बात है। उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर क्षेत्र को बहुत संवेदना के साथ संभालना जरूरी है।
इनसे पहले द्रमुक के तिरुचि शिवा ने कहा कि यह सदन राष्ट्रीय एकता को परिलक्षित करता है। आम आदमी पार्टी के नारायण दास गुप्ता ने सेवानिवृत्त हो रहे सदस्यों को शुभकामनाएं दी।
भारत राष्ट्र समिति के, के केशवराव,तृणमूल कांग्रेस के डेरेक ओ ब्रायन, बीजू जनता दल के सस्मित पात्रा, कांग्रेस के राजीव शुक्ला, जनता दल यूनाइटेड के रामनाथ ठाकुर, नामित सदस्य पीटी उषा और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के शिवदासन ने भी सेवानिवृत्त हो रहे सदस्यों को शुभकामनाएं दी।