नई दिल्ली। राज्यसभा में मंगलवार को मीडिया एजेंसी ‘न्यूज़क्लिक’ के मुद्दे पर जबरदस्त हंगामा हुआ इसके कारण सदन की कार्यवाही बार-बार स्थगित करनी पड़ी।
सभापति जगदीप धनखड़ ने दो बार के स्थगन के बाद जब तीसरी बार सदन की कार्यवाही चलाने का
का प्रयास किया तो कांग्रेस और विपक्ष के सदस्य नारेबाजी करने लगे। कांग्रेस के सदस्य भारतीय जनता पार्टी के सदस्य सुधांशु त्रिवेदी के वक्तव्य विरोध कर रहे थे। श्री त्रिवेदी ने सदन में मीडिया एजेंसी ‘न्यूज़क्लिक’ का मामला उठाया था।
श्री धनखड़ ने कहा कि वह कार्यवाही को देखेंगे और आपत्तिजनक होने पर उसे हटा दिया जाएगा। सदन के नेता पीयूष गोयल ने भी कहा कि आपत्तिजनक शब्दों को कार्यवाही से हटा दिया जाना चाहिए। लेकिन इस पर भी कांग्रेस के सदस्य शांत नहीं हुए और नारेबाजी करते रहे। सभापति ने सदस्यों से शांत होने और कार्यवाही चलने देने की अपील की। इसका हालांकि कोई असर नहीं हुआ। सभापति ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस के सदस्य डेरेक ओ ब्रायन के मामले पर अभी कोई निर्णय नहीं हुआ है। इसलिए सदस्य सदन की कार्यवाही चलने दें। लेकिन इससे स्थिति में कोई बदलाव नहीं हुआ सत्ता पक्ष और विपक्ष के सदस्यों का शोर-शराबा जारी रहा। इसके बाद सभापति ने सदन की कार्यवाही 2:00 बजे तक स्थगित करने की घोषणा कर दी।
इससे पहले श्री त्रिवेदी ने पूर्वाह्न में सदन में ‘न्यूजक्लिक’ का मामला उठाया और कहा कि उसकी पूरी तरह से जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि मीडिया एजेंसी“न्यूज़क्लिक’ से जुड़े लोगों पर पिछले दिनों प्रवर्तन निदेशालय और अन्य सुरक्षा एजेंसियों ने कार्रवाई की थी। उन्होंने कहा कि इस कार्रवाई का कांग्रेस और अन्य नेताओं ने जबरदस्त विरोध किया था। उन्होंने कहा कि ‘न्यूज़क्लिक’ और लोगों के संबंधों की जांच होनी चाहिए। उन्होंने अमेरिकी अखबार ‘न्यूयॉर्क टाइम्स’ के हवाले से कहा कि ‘न्यूजक्लिक’ चीन के प्रोपेगेंडा का एक हिस्सा है।
सदन के नेता पीयूष गोयल ने कहा कि यह मामला गंभीर है। इस पर सदन में चर्चा होनी चाहिए।
इस पर सदन में हंगामा होने लगा। कांग्रेस और विपक्ष के अन्य सदस्य जोर-जोर से बोलने लगे। इसके जवाब में सत्ता पक्ष के सदस्य भी नारेबाजी करने लगे।
स्थिति को देखते हुए सभापति ने सदन की कार्यवाही 12:25 पर 12:45 तक स्थगित करने की घोषणा कर दी। इससे पहले सदन की कार्यवाही शून्यकाल के दौरान स्थगित की गई थी।