17 Nov मल्टीमीडिया डेस्क। रक्त कोशिकाओं तक ऑक्सीजन भेजने वाले अंग फेफड़े को किसी भी तरह से हल्के में नहीं लिया जाना चाहिए। फेफड़ों में कोई चोट या कोई अन्य समस्या होने पर श्वसन तंत्र को काफी नुकसान पहुंचा सकता है और अस्थमा या ट्यूबरकुलोसिस की बीमारी हो सकती है।
लिवर, किडनी और हार्ट से संबंधित बीमारियों के लक्षणों के बारे में तो आप संभवतः जानते ही होंगे। अन्य अंगों की तरह ही फेफड़े में यदि कोई समस्या है, तो शरीर इसके भी संकेत देता है। मगर, क्या आप इन लक्षणों के बारे में जानते हैं। यदि नहीं, तो आज हम आपको इनके बारे में बताने जा रहे हैं। यदि आप अपनी शारीरिक गतिविधियों पर नजर रखेंगे, तो पाएंगे कि इन लक्षणों को पहचानना इतना मुश्किल भी नहीं है।
सांस लेने में तकलीफ
यदि आपको बाहर घूमते समय, सीढ़ियों पर चढ़ने, रोज-मर्रा के काम करने या कोई भी शारीरिक परिश्रम करने के दौरान सांस लेने में तकलीफ होती है, तो यह संकेत है कि आपके फेफड़ों में परेशानी है। बिस्तर पर लेटे रहने के दौरान भी यदि सांस लेने में परेशानी हो रही है, तो यह संकेत है कि आपके फेफड़ों में काफी परेशानी है। इन सभी गंभीर मामलों में अस्थमा या ब्रोंकाइटिस या हृदय रोगों जैसे श्वसन संबंधी बीमारियां होने की आशंका रहती है।
अधिक कफ बनता है
खांसी के दौरान यदि आपको अधिक कफ बनता है, तो आप इसे जरा भी नजरअंदाज नहीं करें। ऐसा करके आप गंभीर फेफड़ों की समस्या को नजरअंदाज कर रहे हैं। यदि लागातार तीन महीनों से आपको कफ बन रहा है, तो यह इस बात का संकेत है कि आपको क्रॉनिक ब्रोंकाइटिस हो गई है। यदि ऐसा होने के साथ ही सांसें छोटी हो गई हैं और थूंक का रंग भी बदल गया है, तो आपको तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
सीने में दर्द
अधिकांश मामलों में सीने में दर्द, दिल की समस्या का संकेत हो सकता है, लेकिन कई बार यह फेफड़ों की परेशानी का भी संकेत है। यदि आपको छींकने या खांसी या सांस लेने में दर्द का अनुभव होता है, तो आपके फेफड़ों में संक्रमण या वायरस से संक्रमण हो सकता है। यह रक्त के थक्के की उपस्थिति का संकेत भी दे सकता है, जो आपके फेफड़ों में रक्त के प्रवाह को बाधित कर रहा है। हालांकि, यह काफी दुर्लभ मामलों में ही होता है।
अजीब आवाज सुनाई देना
यदि आपको फेफड़े में अजीब सी आवाज सुनाई देती है, तो यह साफ संकेत है कि आपको फेफड़ों का इंफेक्शन हो गया है। यह इस बात का संकेत देता है कि फेफड़ों को ऑक्सीजन की आपूर्ति नहीं हो पा रही है और गंदगी या बैक्टीरिया की वजह से आर्टियल ब्लॉक हो रहा है। अधिकांश मामलों में यह अस्थमा, ब्रोंकाइटिस, एलर्जिक रिएक्शन या कुछ मामलों में ट्यूमर की वजह से हो सकता है।
लगातार खांसना
फेफड़ों के नुकसान का सबसे महत्वपूर्ण संकेत पुरानी खांसी है। हालांकि, यह ठंड और बुखार और गले में खराश होने पर अक्सर आती है। मगर, यदि आठ हफ्तों से अधिक समय तक खांसी आ रही है, तो आपको परेशान होने की जरूरत है। इसका परिणाम ब्रोंकाइटिस, अस्थमा, निमोनिया या ट्यूबरकुलोसिस भी हो सकता है।