ऋषिकेश गंगा आरती ट्रस्ट द्वारा महिलाओं द्वारा की जा रही गंगा आरती में पूर्णानंद घाट में महिलाओं ने पूजन-अर्चना कर मणिपुर में महिलाओं के साथ क्रूरता के वायरल वीडियो, आगजनी, हिंसा और लोगों के पलायन को लेकर की गई विशेष गंगा आरती। उक्त घटनाओं से क्षुब्ध व निशब्द पूरे देश के समस्त समाजों में गुस्सा देखा जा रहा है। मणिपुर की घटना ने पूरे देश को शर्मसार कर दिया है। आम जनता, हर कोई इस घटना की कड़ी निंदा कर रहा है। मणिपुर में दो महिलाओं को नग्न कर घुमाने की इस घटना पर ऋषिकेश गंगा आरती ट्रस्ट ने कड़ी कार्रवाई की बात कही, सभी अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए, जिसमें मृत्युदंड की संभावना पर भी विचार किया जाए।
मणिपुर में शांति और सद्भाव के लिये की गई विशेष गंगा आरती में महिलाओं ने समान अधिकार व त्वरित न्याय प्रणाली की अपील की। मणिपुर में जहां जातीय हिंसा ने 150 से अधिक लोगों की जान ले ली है और 600 से अधिक अन्य घायल हो गए हैं।
इस अवसर गंग सबलाओं ने शांति बहाली, उचित न्याय व सुचारू कानून व्यवस्था के लिए कामना की।
डॉ. ज्योति शर्मा ने कहा भारत के सभी राज्य में कानून-व्यवस्था को और मजबूत किया जाए उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जी से मांग की कि उत्तराखंड खासकर हमारी माताओं-बहनों की रक्षा के लिए कठोर से कठोर कदम उठाएं। चाहे वह देश का कोई भी हिस्सा हो, कानून व्यवस्था बनाए रखना और महिलाओं का सम्मान करना किसी भी राजनीतिक बहस से ऊपर रखा जाना चाहिये।
महिला गंगा आरती में मुख्य रूप से ऋषिकेश गंगा आरती ट्रस्ट अध्यक्ष हरिओम शर्मा ज्ञानी जी, ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष विशाल भट्ट, वंदना, रीता, मंजू जोशी, आशा, रेशमा नेगी और गायत्री, गंगा दास आदि महिलाओं ने गंगा आरती की।