बरसात के मौसम में बच्चों को एलर्जी होना आम बात है। इसमें नाक बंद होना, गलेे में खराश और कभी-कभी बुखार जैसे लक्षण भी देखने को मिलते हैं। ऐसे में मां-बाप को चाहिए की बच्चे की पूरी केयर करें ताकि उसे इस तरह की परेशानियों से बचाया जा सके।
एलर्जी के लक्षण:- एलर्जी के अगर शुरूवाती लक्षणों से ही इसका इलाज करवा लिया जाए तो आने वाली कई दिक्कतो से छुटकारा पाया जा सकता है। इसके बहुत से लक्षण हो सकते हैं। इनको देखते ही तुरंत डॉक्टर की परामर्श लेनी चाहिए।
-आंखों का लाल व उसमें खुजली होना
-नाक का बहना
-थकान
-चिड़चिडा होना
कारण:- बड़ों में तो क्या बच्चों में भी एलर्जी के कई कारण हो सकते हैं।कभी-कभी बच्चों में कुछ और कारणों से भी एलर्जी हो सकती है। जिसे जान पाना मुश्किल होता है।
-पालतू जानवरों के साथ खेलना
-धूल मिट्टी में खेलना
-फूलों या पेड़ पौधों को सूंघना
-खाने पीने में लापरवाही
नाक में खुजली होना:- बच्चे के नाक में खुजली हो रही है या नाक बह रही है तो इसका मतलब है उसे किसी चीज से एलर्जी हुई है। ऐसा महसूस होने पर तुरंत इलाज करवाएं।
स्किन की समस्या:- बरसात के मौसम में त्वचा के रोग होने का भी डर बना रहता है। कोहनियों और घुटनों पर लाल दाने, पित या चकते से बन जाते हैं। ऐसे में शरीर और कपड़ो की पूरी तरह से सफाई रखें।
क्रोनिक कफ:- बच्चों को अगर बार-बार कफ की परेशानी हो रही है तो इसका मतलब है कि उस किसी चीज से एलर्जी है। इसकी जांच जरूर करवाएं।