टोक्यो। क्या आप भी जल्दी-जल्दी खाना खाते हैं। क्या अपने घर के सदस्यों या दोस्तों के साथ जब आप खाने के लिए बैठते हैं, तो आप भी अपनी प्लेट बाकी लोगों से जल्दी साफ कर देते हैं। यदि हां, तो सावधान हो जाएं। हालिया शोध से पता चलता है कि आपका बहुत तेजी से खाना खाना आपके शरीर के लिए हानिकारक हो सकता है। यह मोटापा, मधुमेह और हृदय रोग के जोखिम को बढ़ा सकता है।
जापानी वैज्ञानिकों ने पाया कि जो लोग जल्दी खाते हैं, वे अपने शरीर को महसूस करने के लिए समय नहीं देते हैं कि उनका पेट भर गया है और वे अधिक खाना खाते जाते हैं। जापान के हिरोशिमा विश्वविद्यालय में हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. ताकायुकी यमाजी ने बताया कि मेटाबॉलिक सिंड्रोम (चयापचय सिंड्रोम) को रोकने में धीरे-धीरे खाना काफी मददगार हो सकता है।
इस अध्ययन 51 वर्ष की औसत उम्र के 1,000 से अधिक लोगों को शामिल किया गया था। सभी प्रतिभागियों को एक शारीरिक परीक्षण किया गया और उन्हें अपने सामान्य खाने की गति को धीमा, सामान्य या तेज के रूप में वर्णित करने के लिए कहा गया। इसके बाद इसी के अनुरूप उन्हें तीन समूहों में विभाजित किया गया।
अध्ययन की शुरुआत में उनमें से किसी को भी मेटाबोलिक सिंड्रोम नहीं था। मगर, पांच साल बाद तेजी से खाना खाने वाले 11.6 प्रतिशत लोगों सिंड्रोम की चपेट में थे। हालांकि, सामान्य गति खाने वालों महज 6.5 प्रतिशत लोगों को मेटाबोलिक सिंड्रोम हुआ था और धीरे-धीरे खाना खाने वाले 2.3 प्रतिशत लोगों को यह सिंड्रोम हुआ था।
नतीजा यह दर्शाता है कि तेजी से खाना-खाने वाले लोगों को धीरे-धीरे खाना खाने वाले लोगों की तुलना में मेटाबॉलिक सिंड्रोम होने की आशंका पांच गुना अधिक होती है। मेटाबोलिक सिंड्रोम में उच्च रक्तचाप, रक्त शर्करा, कोलेस्ट्रॉल और मोटापा सहित कई बीमारियां होने का खतरा होता है।