पेरिस। फ्रांस में एक पुलिस कर्मी की गोली से किशोर की मौत के बाद भीषण हिंसा भड़क गयी है। देश भर के अलग-अलग हिस्सों में आगजनी और पथराव हो रहा है।
गुस्साए लोग भीड़ की शक्ल में एकत्र होकर पुलिस और सुरक्षाबलों पर हमले कर रहे हैं। कई वाहन फूंके जा चुके हैं। हिंसा में 24 सुरक्षाकर्मी घायल हुए हैं और 150 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
फ्रांस की राजधानी पेरिस के उपनगर नानतेरे में ट्रैफिक नियम तोड़ने पर पुलिसकर्मी ने एक किशोर को गोली मार दी थी, जिससे उसकी मौत हो गई। किशोर को पॉइंट ब्लैंक रेंज से छाती में गोली मारी गई। इस पर पुलिस का कहना था कि किशोर ने पुलिसकर्मियों पर गाड़ी चढ़ाने की कोशिश की, जिस पर पुलिस ने गोली चलाई। हालांकि घटना का वीडियो सामने आने के बाद साफ हो गया कि पुलिस झूठ बोल रही है। इससे लोगों का गुस्सा भड़क गया।
गुस्साए लोगों ने न सिर्फ पेरिस, बल्कि पूरे फ्रांस में आक्रोश प्रकट करना शुरू कर दिया। जगह-जगह पथराव व आगजनी शुरू कर दी गई। कई वाहनों में आग लगा दी गई। नानतेरे शहर में प्रदर्शनकारियों ने धमाके किये, जिससे जगह-जगह आग लग गई। यह हिंसा देश के अलग-अलग हिस्सों में फैल गई है। बसों में आग लगा दी गई है। फ्रांस के दक्षिणी शहर तोलाउस में पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच पथराव हुआ। इस कारम सुरक्षार्मियों पर भी हमले हो रहे हैं और 24 सुरक्षाकर्मी घायल हो चुके हैं। पुलिस ने देश भर में 150 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया है।
राष्ट्रपति ने बताया अस्वीकार्य व अक्षम्य
इस घटनाक्रम के बाद फ्रांस के सुरक्षा बलों के खिलाफ गुस्सा फूट रहा है। पुलिसकर्मी द्वारा किशोर की गोली मारकर हत्या करने की निंदा हो रही है। कई सेलिब्रिटी ने घटना पर दुख जताया है। सरकार ने भी अपने बयान में सुरक्षाबलों की ही आलोचना की है। राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रां ने कहा कि किशोर की हत्या अस्वीकार्य और अक्षम्य है। इस हत्याकांड को किसी भी तरह से न्यायोचित करार नहीं दिया जा सकता।