कर्नाटक विधानसभा का चुनाव अगले साल अप्रैल महीने के अंत में होने की संभावना है। इसके लिए अभी से ही प्रदेश की सभी राजनितीक पार्टियां तैयारियों में जुट गयी हैं। प्रदेश में सत्ताधारी कांग्रेस, विपक्षी भारतीय जनता पार्टी और क्षेत्रीय दल जनता दल (सेक्युलर) के नेता इस बार के चुनाव के लिए ‘रथयात्रा’ के माध्यम से राज्य भर का भ्रमण कर रहे हैं जिससे मतदाताओं को आकर्षित किया जा सके। अब प्रदेश भर में राजनीतिक पार्टियों की ‘रथयात्राओं’ की हवा चल रही है।
सत्ता पर काबिज होने के लिए भारतीय जनता पार्टी ने ‘रथयात्रा’ शुरू की है। प्रदेश भाजपा द्वारा आयोजित “नव कर्नाटक निर्माण परिवर्तन” यात्रा का बीते 2 नवंबर को पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने पार्टी की मेगा रैली में उद्घाटन किया था। पूर्व मुख्यमंत्री बी.एस. येदियुरप्पा के नेतृत्व में निकाली जा रही बस यात्रा पूरे प्रदेश भर में भ्रमण करेगी। इस यात्रा के लिए विशेष रूप से तैयार की गयी बस में सभी सुविधायें हैं। बस में ही प्रेस से वार्ता के इंतजाम, नेताओं से बातचीत के लिए छोटा-सा कांफ्रेंस रूम, रसोई घर, शौचालय, विश्राम के लिए बेड, जनरेटर, इंटरनेट, प्लाज्मा टीवी, सैटेलाइट फोन और जीपीएस सिस्टम का व्यवस्था है।
भाजपा की यह बस प्रदेश के 30 जिलों के 224 विधानसभा क्षेत्रों में भ्रमण करेगी। भाजपा की यह रथयात्रा 28 जनवरी तक चलने वाली है। इस दौरान 84 दिनों 7500 किलोमीटर का सफर तय किया जाएगा। यात्रा का समापन 28 जनवरी को बैंगलुरु में होगा और समापन समारोह को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संबोधित करेंगे।
क्षेत्रीय पार्टी जनता दल (सेक्युलर) ने भी प्रदेश के मतदाताओं से संपर्क करने के लिए रथयात्रा शुरू की है। इसके लिए सुसज्जित बस विशेष रूप से तैयार की गयी है। इसका नाम ”कर्नाटक विकास वाहिनी” रखा गया है। पार्टी की राज्य इकाई के अध्यक्ष एच.डी. कुमारस्वमी वोक्कलिगा बाहुल्य और उत्तर कर्नाटक के कुछ चुने हुए विधानसभा क्षेत्रों में प्रवास करेंगे।
उधर, प्रदेश में सत्ताधारी कांग्रेस पार्टी ने भी मतदाताओं को अपनी ओर खींचने के लिए दो चरणों में एक अभियान चलाने की योजना बनाई है। मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के नेतृत्व में “जन-आशीर्वाद” रैली दिसंबर 15 से जनवरी 15 तक एक महीने तक राज्य के 224 विधानसभा क्षेत्रों में भ्रमण करेगी। प्रवास के वक्त मुख्यमंत्री सिद्धारमैया मतदाताओं के सामने अपने साढ़े चार वर्ष के कार्यकाल का संपूर्ण विवरण सामने रखेंगे।
मुख्यमंत्री सिद्धारमैया की रथयात्रा के बाद दूसरे चरण में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जी. परमेश्वर के नेतृत्व में चुनाव यात्रा शुरू होगी। इसमें एआईसीसी की ओर से प्रदेश प्रभारी वेणुगोपाल, केपीसीसी कार्यकारी अध्यक्ष एस.आर. पाटील, दिनेश गुंडुराव और प्रचार समिति के अध्यक्ष डी.के. शिवकुमार शामिल होंगे।
बहरहाल, सत्ता पर काबिज होने के लिए भाजपा, कांग्रेस और जनता दल (सेक्युलर) आदि पार्टियों ने प्रदेश के मतदाताओं को लुभाने के प्रयास तो शुरू कर दिये हैं लेकिन यह क्या रंग लायेंगे यह आने वाले दिनों में पता चल सकेगा।