बर्लिन। बारिश के कारण स्पेशल ओलंपिक के सातवें दिन शुक्रवार को यहां कई आउटडोर खेलों के कार्यक्रम रद्द या स्थगित करने पड़े लेकिन भारतीय खिलाड़ियों ने अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखा और रोलर-स्केटिंग में दबदबा बनाया।
स्पेशल ओलंपिक विश्व ग्रीष्मकालीन खेलों का आयोजन प्रत्येक चार साल में किया जाता है जिसमें बौद्धिक अक्षमताओं वाले खिलाड़ी भी हिस्सा लेते हैं। बौद्धिक अक्षमताओं वाले खिलाड़ी वे होते हैं जिनका आईक्यू स्तर 70-75 से कम होता है। बर्लिन में 17 जून को शुरू हुए इन खेलों का आयोजन 25 जून तक होगा।
रोलर-स्केटिंग में भारतीय दल ने नौ पदक (3 स्वर्ण, 5 रजत, 1 कांस्य) अपने नाम किये जिसमें मोहम्मद निसार (30 मीटर स्लैलम) के अलावा आर्यन और अभिजीत शामिल की दो गुणा 100 मीटर रिले ने स्वर्ण पदक जीते।
जूडो में भी भारतीय खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन किये। गुरुवार को सुहालिया परवीन के रजत ने इस स्पर्धा में भारत का खाता खोला था जो वहीं शुक्रवार को टीम ने दो और पदक हासिल किये।
पुरुष लेवल दो वर्ग में प्रिंस सोलंकी ने कांस्य पदक जीता, जबकि महिला लेवल तीन वर्ग में मुस्कान ने स्वर्ण पदक जीता।
टेबल टेनिस में भारत के तीन पदक पक्के किये। यू21-डी3 वर्ग में भारतीय खिलाड़ियों के बीच खेले गये फाइनल में विघ्नेश लोकेश्वर नाइक ने गुनेसिन सिंह बेदी को 3-1 से हराकर स्वर्ण पदक जीता।
महिला एकल 30-डी3 में अलीवेलम्मा गुज्जला पूरे टूर्नामेंट के दौरान अजेय रहते हुए स्वर्ण पदक अपने नाम करने में सफल रहीं।
पावरलिफ्टिंग में अनुराग प्रसाद ने 93 किग्रा वर्ग में बेंच प्रेस में तीन स्वर्ण (स्क्वाट, डेडलिफ्ट, संयुक्त) और एक रजत जीता।
भारत ने शुक्रवार तक अपने कुल पदकों की संख्या 96 (स्वर्ण: 33; रजत: 37; कांस्य: 25) तक पहुंचा दी।