नयी दिल्ली। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री जितेंद्र सिंह ने बृहस्पतिवार को वैज्ञानिकों से आग्रह किया कि वे भांग को लेकर शोध में तेजी लाएं और न्यूरोपैथी, कैंसर और मिर्गी के इलाज में इसकी औषधीय क्षमताओं का पता लगाएं। सिंह जम्मू में वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद-भारतीय एकीकृत चिकित्सा संस्थान (सीएसआईआर-आईआईआईएम) द्वारा किए गए ‘कैनबिस रिसर्च प्रोजेक्ट’ (भांग अनुसंधान परियोजना) की समीक्षा संबंधी एक बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।मंत्री ने कहा कि यह ‘‘भारत में अपनी तरह की पहली’’ परियोजना है और इसमें ‘‘न्यूरोपैथी, कैंसर और मिर्गी के उपचार के लिए ऐसी दवा का उत्पादन’’ करने की क्षमता है, जिसे निर्यात किया जा सके। उन्होंने कहा कि यह परियोजना जम्मू-कश्मीर में निवेश के बड़े अवसरों को प्रोत्साहन देगी।