ओडिशा:ओडिशा के बालासोर जिले में शुक्रवार शाम भयंकर ट्रेन हादसे में 280 लोगों की मौत हो गई है इसके अलावा 900 से ज्यादा घायलों का उपचार किया जा रहा है। हादसा शुक्रवार शाम की है जब कोरोमंडल एक्सप्रेस और बेंगलुरु-हावड़ा एक्सप्रेस ट्रेन के बेपटरी होने के बाद एक मालगाड़ी से टकरा गई थी। राहत और बचाव कार्य लगातार जोरों पर है। 700 से ज्यादा रेस्क्यू फोर्स को मौके पर तैनात किया गया है। मृत आंकड़ों की पुष्टि उड़ीसा के मुख्य सचिव प्रदीप जेना ने की है। इसको लेकर अब राजनीति भी शुरू हो गई है। अब रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव का इस्तीफा भी मांगा जा रहा है। फिलहाल अश्विनी वैष्णव ने घटनास्थल का दौरा कर लिया है। उन्होंने घटना को लेकर जांच के आदेश दे दिए हैं। साथी साथ उन्होंने कहा है कि अभी पहले प्राथमिकता राहत और बचाव कार्य। उन्होंने कहा है कि हम हर एक जिंदगी को बचाने की कोशिश कर रहे हैं और रेलवे की ओर से स्थानीय प्रशासन और एनडीआरएफ के साथ मिलकर एक बड़ा राहत और बचाव अभियान चलाया जा रहा है।रेल मंत्री के इस्तीफे की मांग भी अब जोर पकड़ने लगी है। इसके जवाब में उन्होंने कहा कि पहले राहत और बचाव कार्य जरूरी है और हम इसी पर अभी काम कर रहे हैं। फिलहाल इस को लेकर देश के सभी राजनीतिक दलों ने शोक व्यक्त किया है सत्तारूढ़ भाजपा ने आज अपने सभी कार्यक्रम को रद्द कर दिए हैं। इसके अलावा ओडिशा में आज के दिन को शोक दिवस के रूप में रखा गया है वहीं तमिलनाडु सरकार की ओर से भी आज कार्यक्रम को रद्द कर दिया गया है। खबर यह है कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी घटनास्थल का दौरा कर सकती है। वहीं तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक से फोन पर बातचीत की है। घटनास्थल पर अभी भी राहत और बचाव कार्य तेजी से जारी है।
रेलवे के एक अधिकारी ने बताया कि हावड़ा जा रही 12864 बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस के कई डिब्बे बाहानगा बाजार में पटरी से उतर गए और दूसरी पटरी पर जा गिरे। उन्होंने कहा, ‘‘पटरी से उतरे ये डिब्बे 12841 शालीमार-चेन्नई कोरोमंडल एक्सप्रेस से टकरा गए और इसके डिब्बे भी पलट गए।’’ अधिकारी ने कहा कि कोरोमंडल एक्सप्रेस के डिब्बे पटरी से उतरने के बाद एक मालगाड़ी से टकरा गए, जिससे मालगाड़ी भी दुर्घटना की चपेट में आ गई। उन्होंने बताया कि हादसा शाम को करीब सात बजे हुआ। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रेल हादसे पर दुख जताया है और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है। अधिकारियों ने बताया कि हादसे में घायल 350 से अधिक लोगों को जिले के अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। उन्होंने कहा कि राज्य की राजधानी भुवनेश्वर समेत आसपास के जिलों के सभी निजी और सरकारी अस्पतालों को अलर्ट पर रखा गया है। अधिकारियों ने कहा कि पलटे हुए डिब्बों के नीचे से अभी तक 200 से ज्यादा शवों को निकाला जा चुका है।
पटरी से उतरे डिब्बों में कई लोग फंस गए और स्थानीय लोग उन्हें बचाने के लिए आपातकालीन सेवा कर्मियों की मदद कर रहे थे, लेकिन अंधेरा होने की वजह से अभियान में दिक्कतें आईं। एक चश्मदीद ने बताया कि सबसे पहले स्थानीय ग्रामीण दुर्घटनास्थल पर मदद के लिए पहुंचे और घायल यात्रियों को निकलने में सहायता की। यात्री रूपम बनर्जी ने पत्रकारों से कहा, ‘‘स्थानीय लोग तुरंत हमारी मदद करने के लिए आगे आये… न केवल लोगों को बाहर निकालने बल्कि हमारे सामान को निकालने में भी मदद की और हमें पानी उपलब्ध कराया दिया।’’ इस बीच, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि वह घटनास्थल रवाना हो रहे हैं।
वैष्णव ने ट्वीट किया, ‘‘ओडिशा में घटनास्थल के लिए निकल रहा हूं। मैं घायलों के शीघ्र स्वास्थ होने और शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना के लिए प्रार्थना करता हूं। भुवनेश्वर और कोलकाता से बचाव दल भेजे गए हैं। एनडीआरएफ, राज्य सरकार के दल और वायुसेना को भी बचाव कार्य में लगाया गया है।’’ रेल मंत्री ने मृतकों के परिजन के लिए 10-10 लाख रुपये, गंभीर रूप से घायलों के लिए दो-दो लाख रुपये और मामूली रूप से घायलों के लिए 50-50 हजार रुपये की अनुग्रह राशि की भी घोषणा की। ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने कहा कि उन्होंने स्थिति की समीक्षा की है और वह शनिवार तड़के दुर्घटनास्थल का दौरा करेंगे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ओडिशा में हुई ट्रेन दुर्घटना पर दुख व्यक्त करते हुए शुक्रवार को कहा कि घटनास्थल पर बचाव अभियान जारी है और प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता दी जा रही है। प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट किया, ‘‘ओडिशा में ट्रेन दुर्घटना से दुखी हूं। दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं। घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं।’’
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से बात की और स्थिति का जायजा लिया। दुर्घटनास्थल पर बचाव कार्य जारी है और प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता दी जा रही है।’’ दक्षिण पूर्व रेलवे के एक अधिकारी ने कहा कि दुर्घटना राहत ट्रेन को घटनास्थल के लिए रवाना कर दिया गया है। अधिकारियों ने कहा कि ओडिशा आपदा त्वरित प्रतिक्रिया बल (ओडीआरएएफ) की चार टुकड़ियां, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की तीन टुकड़ियां और 60 एंबुलेंस घायलों को बचाने के काम में जुटी हैं। दुर्घटना के मद्देनजर ओडिशा सरकार और रेलवे ने हेल्पलाइन की शुरुआत की है। पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव एच के द्विवेदी ने कहा कि राज्य सरकार मंत्री मानस भुइयां और सांसद डोला सेन के नेतृत्व में एक टीम मौके पर भेज रही है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि वह मुख्य सचिव और अन्य अधिकारियों के साथ निजी रूप से स्थिति की निगरानी कर रही हैं। बनर्जी ने कहा कि पश्चिम बंगाल सरकार ओडिशा सरकार और दक्षिण पूर्व रेलवे के साथ समन्वय कर रही है। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने रेल दुर्घटना होने के बाद ओडिशा के अपने समकक्ष नवीन पटनायक से बात की और घोषणा की कि वह ट्रेन में सवाल तमिललाडु के लोगों के बचाव के समन्वय के लिए चार सदस्यीय पैनल की तैनाती कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मैंने परिवहन मंत्री एस.एस. शिवशंकर और तीन आईएएस अधिकारियों से दुर्घटना में घायल तमिलों को बचाने के लिए ओडिशा जाने को कहा है। एक हेल्पलाइन स्थापित करने का भी निर्देश दिया है।’’ बाद में, तमिलनाडु सरकार की एक विज्ञप्ति में कहा गया कि स्टालिन ने पटनायक को घायलों को चिकित्सा सहायता प्रदान करने और यदि आवश्यक हो, तो ओडिशा में चिकित्सा दल और अन्य सहायता भेजने की पेशकश की है। वहीं, ट्रेन हादसे के बाद भाकपा सांसद बिनॉय विश्वम ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का इस्तीफा मांगा। विश्वम ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘सरकार केवल लग्जरी ट्रेन पर ध्यान केंद्रित करती है। आम लोगों की ट्रेन की उपेक्षा की जाती है। ओडिशा में हुई मौतें इसका परिणाम है। रेल मंत्री को इस्तीफा दे देना चाहिए।