नई दिल्ली। युवक एवं युवतियों की टोली 800 किलोमीटर की रथ यात्रा लेकर पदयात्रा पर निकल चुकी है। पैरों में हवाई चप्पल हाथों में श्रद्धा का निशान ध्वज और जय श्री श्याम के जयकारे के साथ यात्रा किंज रही है।
गुरुदेव आशीष शर्मा पुजारी खाटू श्याम मंदिर मंदसौर के मार्गदर्शन में यात्रा की शुरुआत की गई। मुख्य कार्यकर्ता निलेश गोस्वामी करही, गोपाला काले बड़वाह सहित 28 श्याम भक्त पद यात्रा पर निकल चले है। श्री श्याम वल्लभ सेवा समिति के तत्वावधान में करही से 25 मई गुरुवार को यात्रा का प्रारंभ हुआ।
भव्य पैदल रथ यात्रा करही से खाटू श्याम जयपुर तक जाएगी।
भक्त निलेश गोस्वामी ने बताया कि करही, सोमपुर, मानपुर, डिठान, सदलपुर होते हुए 29 मई को नागदा पहुचेगी।
अपने आराध्य बाबा श्याम जी को वहा पहुचकर निशान ध्वज चढ़ा वापस करही पहुचेगी। श्याम प्रेमी युवा गोपाला ने बताया कि ऐसा माना जाता है कि पैदल निशान यात्रा करके श्याम बाबा को निशान चढाने से बाबा शीघ्र ही प्रसन्न होते हैं और भक्त की मनोकामना को पूर्ण करते हैं। खाटू धाम के बाबा श्याम को भगवान श्री कृष्ण का वरदान था कि जैसे जैसे कलयुग का प्रभाव बढ़ेगा वैसे-वैसे बाबा श्याम भी घर-घर पूजे जाएंगे और वह हारे के सहारे बनेंगे। पहले बाबा श्याम से जुड़ाव नहीं था लेकिन फिर जुड़े तो अच्छा लगने लगा। बाबा के मीठे मीठे भजन सुनना अच्छा लगता था। मन मे कई बार बाबा के दर्शन किए लेकिन इच्छा पैदल ध्वज लेकर जाने की थी। इश्लिये बाबा श्याम की रथ यात्रा लेकर जा रहे है। रास्ते मे जगह जगह आम लोगो द्वारा श्याम प्रेमियों का जलपान से स्वागत कर रहे है।