बर्लिन। यूरोप की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था जर्मनी अब औपचारिक रूप से मंदी की गिरफ्त में आ गई है। नए आंकड़ों से पता चलता है कि चालू साल की पहली तिमाही में जर्मनी की अर्थव्यवस्था में अप्रत्याशित गिरावट आई है। संघीय सांख्यिकी कार्यालय द्वारा बृहस्पतिवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, जनवरी-मार्च में जर्मनी के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में 0.3 प्रतिशत की गिरावट आई।
2022 की आखिरी तिमाही में भी जर्मनी के जीडीपी में 0.5 प्रतिशत की गिरावट आई । दो लगातार तिमाहियों में जीडीपी का नीचे आना तकनीकी रूप से मंदी में आता है। ये आंकड़े जर्मनी की सरकार के लिए बड़ा झटका हैं। पिछले महीने ही सरकार ने इस साल के लिए अपने वृद्धि दर के अनुमान को दोगुना कर दिया था। सरकार ने कहा था कि देश की अर्थव्यवस्था 0.4 प्रतिशत की दर से बढ़ेगी। जनवरी में इसके 0.2 प्रतिशत की दर से बढ़ने का अनुमान लगाया गया थ। अर्थशास्त्रियों का कहना है कि ऊंची मुद्रास्फीति से उपभोक्ता खर्च प्रभावित हुआ है। अप्रैल में कीमतें एक साल पहले की तुलना में 7.2 प्रतिशत ऊंची हैं।