काठमांडू। नेपाल में विपक्षी पार्टी सीपीएन (यूएमएल) के अध्यक्ष केपी शर्मा ओली ने कहा कि प्रधानमंत्री पुष्प कमल दाहाल प्रचंड के नेतृत्व वाली सरकार मातृभूमि की रक्षा नहीं कर सकती है। उन्होंने आपत्ति जताई कि सरकार की प्रस्तावित नीति और कार्यक्रम में लिम्पियाधुरा, लिपुलेख और कालापानी सहित नेपाल का नक्शा शामिल नहीं है।
सीपीएन (यूएमएल) के अध्यक्ष ओली रविवार को संसद में बोल रहे थे। ओली ने कहा कि, ‘इस सरकार के लिए मातृभूमि की रक्षा की उम्मीद करना मुश्किल है। सरकार बताए कि लिंपियाधुरा, लिपुलेख और कालापानी नेपाल में हैं या नहीं।’ ओली ने कहा कि प्रचंड की भारत यात्रा के दौरान उन्हें सीमा समस्या पर खुलकर बोलना चाहिए। खुलकर बात करने से ही समस्या का समाधान होगा।
उल्लेखनीय है कि वर्ष 2020 में कालापानी, लिपुलेख और लिंपियाधुरा को शामिल कर नेपाल का नया नक्शा बनाया गया था। उस समय केपी शर्मा ओली प्रधानमंत्री थे। यह क्षेत्र भारत के नियंत्रण में है। यह मुद्दा नेपाल में एक राजनीतिक मुद्दा बन गया है।