नई दिल्ली:धार्मिक एकता ट्रस्ट द्वारा बुधवार को दिल्ली प्रेस क्लब में पत्रकार सम्मेलन के दौरान जानकारी दी कि ट्रस्ट के आह्वान पर लगभग 3 लाख भारतीय इस अभियान से जुड़े हैं । इस अभियान में इलाका सांसद को पत्र लिखकर अपने अपने संसदीय क्षेत्र को कर्जमुक्त करने हेतु हल्का वासियों का कर्जा माफ़ करने गुज़रिश की गई थी, पर रिवायती पार्टीयों के सांसदों ने इसमें कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई , न ही वित्त मंत्रालय व पश प्रधानमंत्री कार्यालय ने । इसलिए भारत के हुक्मरान को चेताने के लिये ट्रस्ट कर्ज मुक्त भारत अभियान को जंतर मंतर पर यह रोष प्रदर्शन करेगा । गौरतलब है कि धार्मिक एकता ट्रस्ट द्वारा आम जनता को कर्जे से बाहर निकालने के लिए निशुल्क ट्रेनिंग दी जा रही है जिससे वह स्वयं अपना कर्जा चुका सके। ट्रस्ट के शाहनवाज चौधरी के जीएसटी,नोटबन्दी व लॉक डाउन से त्रस्त व कर्जे तले दबे हुए भारतवासी ,कर्जमुक्त होने हेतु हमसे जुड़ें है । अब समय आ गया है कि हम सभी मिलकर देश के हुक्मरानों से पूछें कि उनके आह्वान के बावजूद क्यों देशवासियों को कर्जमुक्त नहीं कर रहे हैं।
*ट्रस्ट की ओर से कर्जमुक्त अभियान के तहत पीड़ितों के लिए तुरन्त प्रभाव से दें राहत*
छोटे लोन यानि 10 लाख से कम , जिन लोगो की मृत्यु हो गई हो ,उनके परिवार का लोन व अन्य सभी कर्जों को राइट ऑफ करना चाहिए ,जैसे अडानी का किया गया है।