नई दिल्ली। बुद्ध पूर्णिमा के शुभ अवसर पर वैश्विक मानवतावादी और परिवर्तन पायनियर मैत्रेय दादाश्रीजी ने चिंता मुक्त भारत 2032 का संदेश साझा किया। एक तनाव मुक्त, चिंता मुक्त और खुशहाल देश का विजन जहां देश के सभी नागरिक शारीरिक, मानसिक, भावनात्मक और सबसे महत्वपूर्ण आध्यात्मिक रूप से स्वस्थ होआज का आम नागरिक डर, घबराहट और अवसाद, रोजमर्रा की जरूरतों की निरंतर चिंता से ग्रस्त है और आंतरिक शांति की खोज कर रहा है। यह पहल, ‘चिंता’ जो व्यक्तिगत रूप से अनुभव होती है; उसे जड़ से उखाड़ कर व्यक्ति को सच्ची स्वतंत्रता वाले जीवन की ओर ले जाएगी।350 से अधिक उत्सुक साधक जिसमें लीडर्स, सेलिब्रिटीज और इंफ्लूएनसर्स भी शामिल थे, सभी नेएक सशक्त और परिवर्तित राष्ट्र के निर्माण के इस निःस्वार्थ दृष्टिकोण की सराहना की। एक स्पष्टफोकस के साथ कार्यरत मैत्रेय दादाश्रीजी ने विकास की ओर मार्ग साझा किया, जिससे भारत सही
मायने में आध्यात्मिक रूप से सशक्त एक विश्वगुरु बनेगा।मैत्रीबोध परिवार मैत्रेय दादाश्रीजी द्वारा स्थापित सामाजिक-आध्यात्मिक संस्था है जो परिवर्तन के माध्यम से मानवता के उत्थान के लिए और वैश्विक प्रेम और शांति से भरे दैविक युग की स्थापना करने की दृष्टि से अनवरत कार्य कर रहा है।मैत्रेय दादाश्रीजी ने, एक परिवार मैत्रीबोध परिवार से एक संदेश चिंतामुक्त भारत की इस कल्पना को हम सभी के लिए साकार करने की प्रतिज्ञा ली है। अब समय आ गया है कि हम सभी एकजुट होकर स्वयं का और अपने देश का उत्थान करें। आइए इतिहास रचें।
आया चिंतामुक्त होने का संदेश ! बदलेंगे आप बदलेगा देश