न्यूयॉर्क। भारत ने एक बार फिर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में ‘शांति बनाए रखने के लिए विश्वास को बढ़ावा देने’ विषय पर चर्चा के दौरान संयुक्त राष्ट्र संघ में भारत की स्थायी प्रतिनिधि रुचिरा कंबोज ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में बदलाव की मांग की।
रुचिरा कंबोज ने सुरक्षा परिषद की वर्तमान व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा कि इस व्यवस्था में पूरे अफ्रीकी महाद्वीप, लैटिन अमेरिका और दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र भारत का प्रतिनिधित्व ही नहीं है। ऐसे में सुरक्षा परिषद के पांच सदस्यों को भी अन्य के समान बनाकर इसे ज्यादा समावेशी बनाया जा सकता है। भारतीय प्रतिनिधि ने सवाल उठाया कि सुरक्षा परिषद की मौजूदा व्यवस्था असमानता को मिटाती है या फिर इसे बढ़ावा देती है? दशकों से इसमें सुधार की बात की जा रही है लेकिन हम तब तक विश्वास और शांति नहीं ला सकते, जब तक सुरक्षा परिषद की विश्वसनीयता पर उठ रहे सवालों का जवाब नहीं ढूंढ लेते।’ कंबोज ने कहा कि परिषद के सदस्यों को ज्यादा जवाबदेह बनाने की जरूरत है। यह संस्था ज्यादा खुली, विविधता को साथ लेकर चलने वाली होनी चाहिए, जिसमें दक्षिण का भी प्रतिनिधित्व हो।
भारतीय प्रतिनिधि ने कहा कि सुरक्षा परिषद में विकासशील देशों को शामिल किया जाना चाहिए। जब इसमें बेजुबानों को आवाज देने की ताकत होगी, तभी यह दुनिया का नेतृत्व करने कर सकेगी। सुरक्षा परिषद में क्षेत्रीय मुद्दों को भी तरजीह देनी चाहिए और इसे क्षेत्रीय संगठनों के साथ मिलकर काम करना चाहिए ताकि चुनौतियों से निपटा जा सके।