नई दिल्ली। योग गुरु रामदेव के साथ तस्वीर वायरल होने के बाद सुर्खियों में आई रांची की महिला योग टीचर राफिया नाज की मुश्किलें बढ़ गईं। उसके विरुद्ध फतवा जारी किया गया है। उन्हें जान से मारने की धमकी भी दी जा रही है। उनके घर पर पथराव भी किया गया है जिसके बाद घर की सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
इस बीच राफिया ने कहा कि अब खतरा कम हो गया है। समाज के विभिन्न वर्गों का साथ मिलना शुरू हो गया है। विभिन्न संगठनों के लोग घर आकर योग सिखाने को प्रोत्साहित कर रहे हैं। किसी भी परिस्थिति में साथ खड़े होने का वादा कर रहे हैं।
बुधवार की रात राफिया के घर पत्थरबाजी के बाद गुरुवार को उसके घर राजनीतिक व सामाजिक संगठनों के लोगों के आना-जाना लगा रहा। पत्थरबाजी के बाद उसके घर व आसपास के इलाकों में पुलिस गश्त बढ़ा दी गई है। असामाजिक तत्वों ने बुधवार देर रात उसके घर दो बार पत्थरबाजी की थी। इससे वह और उनका परिवार दहशत में आ गया था। मुख्यमंत्री ने संज्ञान लेकर सुरक्षा मुहैया कराई है।
प्रोफेसर बन अनाथ बच्चों की मदद करना है लक्ष्य राफिया ने कहा कि उसका लक्ष्य नेता बनना नहीं है बल्कि एक कुशल प्रोफेसर बनकर अनाथ बच्चों की मदद करना है। योग सिखाने के पीछे भी उसका लक्ष्य अनाथ बच्चों को समाज की मुख्य धारा से जोड़ने और मंच देने का है।
राजनीति से जुड़ने की चर्चा तेज
राफिया के राजनीतिक दल से जुड़ने की चर्चा चल रही है। चर्चा है कि पार्टी से जुड़ने के आफर मिल रहे हैं। हालांकि, राफिया ने किसी भी राजनीतिक दल से जुड़ने या राजनीति में जाने से इन्कार किया है। कहा है कि उसकी इतनी उम्र भी नहीं कि वह किसी संवैधानिक पद के लिए चुनाव लड़ सके। उनकी उम्र फिलहाल 20 वर्ष है।