मुंबई: देश की लीडिंग गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (NBFCs) में शामिल एलएंडटी फाइनेंस होल्डिंग्स लिमिटेड (LTFH) ग्राहक-केंद्रित, टॉप क्लास, डिजिटल रूप से सक्षम रिटेल एनबीएफसी बनने की दिशा में अपनी यात्रा को लगातार आगे बढ़ा रही है। FY23 के अंत तक, कंपनी ने कुल लोन बुक के 75 फीसदी का रिटेल लोन पोर्टफोलियो मिक्स हासिल कर लिया, जो लक्ष्य 2026 (Lakshya 2026) के तहत 80 फीसदी से अधिक रिटेलिजेशन यानी खुदराकरण के टारगेट के करीब है।
कंपनी का एनुअल रिटेल डिस्बर्समेंट 31 मार्च, 2023 को समाप्त वित्त वर्ष के लिए 69 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 42,065 करोड़ रुपये रहा है। रिटेल बुक 31 मार्च, 2022 की तुलना में 35 फीसदी बढ़कर अब 61,053 करोड़ रुपये हो गया है। वित्त वर्ष के दौरान, होलसेल बुक 54 फीसदी घटकर 19,840 करोड़ रुपये रहा है।
FY23 के लिए LTFH का कंसोलिडेटेड PAT (प्रॉफिट आफ्टर टैक्स) सालाना आधार पर 52 फीसदी बढ़कर 1623 करोड़ रुपये रहा है। वहीं वित्त वर्ष 2023 की चौथी तिमाही में कंपनी का कंसोलिडेटेड PAT सालाना आधार पर 46 फीसदी बढ़कर 501 करोड़ रुपये रहा है।
वित्तीय परिणामों पर एलएंडटी फाइनेंस होल्डिंग्स लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ दीनानाथ दुभाशी ने कहा कि FY23 के नतीजे हमारी 4 साल की रणनीतिक योजना – लक्ष्य 2026 के पहले साल वर्ष को मार्क करता है। यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि हमारा रिटेल लोन पोर्टफोलियो अब 75 फीसदी पर आ गया है, जो लक्ष्य 2026 (Lakshya 2026) के तहत वित्त वर्ष 2026 के लिए 80 फीसदी से अधिक टारगेट के करीब है। यह उपलब्धि रिटेल बुक में ३५ फीसदी की मजबूत एसेट क्वालिटी के साथ 35 फीसदी की मजबूत ग्रोथ और होलसेल बुक में 54 फीसदी की कमी के कारण हुई है। साल के दौरान कंपनी द्वारा रणनीतिक पहलों ने कंपनी को योजना को तेजी से पूरा करने में मदद की है। उन्होंने कहा कि हम ग्राहक-केंद्रित और सस्टेनेबल Fintech@Scale बनाने की दिशा में अपनी गति को बनाए रखेंगे। कंपनी रिटेल प्रोडक्ट की पेशकश जारी रखेगी जो पूरे कस्टमर इकोसिस्टम को कवर करते है और एक बेस्पोक क्रॉस-सेल और अप-सेल फ्रेंचाइजी और सबसे बेहतर डिस्ट्रीब्यूशन स्ट्रैटेजी बनाते हैं।
31 मार्च, 2023 को समाप्त वित्त वर्ष के दौरान, LTFH ने सभी रिटेल सेगमेंट में मजबूत ग्रोथ हासिल की है।
रूरल बिजनेस फाइनेंस ने वित्त वर्ष के दौरान 16,910 करोड़ का डिस्बर्समेंट हासिल किया, जो सालाना आधार पर 70 फीसदी की ग्रोथ है। यह ग्रोथ जियोग्राफिकल यानी भौगोलिक उपस्थिति को गहरा और मजबूत करने के साथ ही फोकस्ड स्ट्रैटेजिक इनिशिएटिव के जरिए प्रोडक्ट का विस्तार करने के चलते हासिल हुई है।
देश में ट्रैक्टर फाइनेंस सेगमेंट में कंपनी की स्थिति मार्केट लीडर की है। फार्मर फाइनेंस 31 मार्च 2023 को खत्म हुए वित्त वर्ष के दौरान 6450 करोड़ रुपये का डिस्बर्समेंट हुआ, जो सालाना आधार पर 25 फीसदी ज्यादा है। मार्च तिमाही की बात करें तो इस सेगमेंट में रिकॉर्ड डिस्बर्समेंट हासिल हुआ है और एक वित्त वर्ष में 1 लाख से अधिक नए ट्रैक्टरों के फाइनेंस का एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर हासिल किया। ग्रोथ का श्रेय टॉप ओरिजिनल इक्विपमेंट मैन्युफैक्चरर (OEM) पार्टनरशिप को मजबूत करने को दिया जाता है, जिससे बाजार हिस्सेदारी बढ़ाने में मदद मिली। किसान सुविधा योजना और रिफाइनेंसिंग जैसे उत्पादों ने ग्राहकों को कंपनी के साथ बनाए रखने में मदद की।
अर्बन फाइनेंस डिस्बर्समेंट 72 फीसदी की ग्रोथ के साथ 31 मार्च, 2023 को समाप्त वित्त वर्ष के दौरान 16,727 करोड़ रुपये रहा है। वित्त वर्ष 2023 में, होमलोन / लोन अगेंस्ट प्रॉपर्टी बिजनेस 500 करोड़ मंथली डिस्बर्सल के मील के पत्थर को पार कर गया है। टू-व्हीलर फाइनेंस ने चौथी तिमाही में सालाना आधार पर 25 फीसदी ग्रोथ के साथ अब तक का सबसे अधिक डिस्बर्समेंट 1,727 करोड़ रुपये हासिल किया। कंपनी ने कंज्यूमर लोन बिजनेस में ई-एग्रीगेटर्स और संभावनाओं के साथ मजबूत साझेदारी के माध्यम से ग्राहकों का भरोसा बनाए रखा।
SME फाइनेंस डिस्बर्समेंट 31 मार्च, 2023 को समाप्त वित्त वर्ष के दौरान 1,000 करोड़ के मील के पत्थर को पार कर गया। वित्त वर्ष 2022 में पायलट फेज के दौरान जियोग्राफिकल फुटप्रिंट 2 स्थानों से बढ़कर 20 स्थानों पर पहुंच गया। इस बिजनेस के चैनल विस्तार के लिए डिजिटल प्रौद्योगिकी को अपनाना एक महत्वपूर्ण विषय होगा।
कंपनी का कस्टमर फेसिंग एप्लिकेशन – प्लैनेट ऐप (PLANET app), जिसे वित्त वर्ष 2022 की चौथी तिमाही में सॉफ्ट लॉन्च किया गया था, स्वायत्त यात्रा के निर्माण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कंपोनेंट है। यह डायरेक्ट 2 कस्टमर (D2C) चैनल बनाकर ग्राहकों के जुड़ाव की कल्पना करने की नींव पर बनाया गया है। ऐप ग्राहक-केंद्रित सुविधाओं के साथ अलग-अलग जियोग्राफी से सोर्सिंग, कलेक्शन और सर्विसिंग चैनल के रूप में काम करता है। ऐप खेती किसानी से जुड़े सलाह, शिक्षा पाठ्यक्रम, यूटिलिटी पेमेंट, आय और व्यय ट्रैकर आदि जैसी कई अन्य सुविधाएं भी प्रदान करता है। FY23 में, इस चैनल ने 240 करोड़ रुपये से अधिक का कलेक्शन किया और 45 लाख से अधिक अनुरोधों को पूरा किया। ऐप 2.8 लाख से अधिक ग्रामीण ग्राहकों तक पहुंच चुका है और अब तक 3 मिलियन यानी 30 लाख डाउनलोड को पार कर चुका है। साथ ही आज की तारीख तक ऐप ने 1600 करोड़ रुपए से ज्यादा (वेबसाइट सहित) का बिजनेस किया है।