वाशिंगटन। व्हाइट हाउस के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) जेक सुलिवन ने मंगलवार को सऊदी अरब के युवराज मोहम्मद बिन सलमान के साथ फोन पर बात की।
दोनों के बीच यह बातचीत ऐसे समय में हुई है, जब यमन में सऊदी अरब और ईरान समर्थित हूती विद्रोही नौ साल से जारी संघर्ष को खत्म करने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।
युवराज के साथ अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन के संबंध मानवाधिकारों और तेल उत्पादन संबंधी मुद्दों को लेकर तनावपूर्ण रहे हैं। हालांकि, सऊदी के नेता और राष्ट्रपति बाइडन के शीर्ष राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने लंबे व खूनी युद्ध को समाप्त करने के संकेतों के बीच बातचीत करने का फैसला किया।
सऊदी राजनयिक मोहम्मद बिन सईद अल-जबर के रविवार को यमन की राजधानी सना में हूती विद्रोहियों के साथ वार्ता के लिए मुलाकात करने के बाद दोनों के बीच फोन पर बातचीत हुई, जिसका उद्देश्य युद्ध को समाप्त करने के लिए वार्ता में तेजी लाना है।
व्हाइट हाउस ने एक बयान में कहा कि सुलिवन ने युद्ध को समाप्त करने के लिए अधिक व्यापक रणनीति को आगे बढ़ाने की दिशा में ‘‘सऊदी अरब के असाधारण प्रयासों का स्वागत किया’’ और उन प्रयासों के लिए अमेरिका के पूर्ण समर्थन की पेशकश की।
वार्ता की जानकारी रखने वाले एक अधिकारी ने नाम उजागर न करने की शर्त पर बताया कि अगले सात से 10 दिन के भीतर एक समझौता हो सकता है।
व्हाइट हाउस आगे की कार्रवाई को लेकर सतर्क व आशावादी है।
वार्ता से परिचित बाइडन प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, दोनों पक्षों को काफी मशक्कत करनी होगी, क्योंकि बातचीत अब भी काफी जटिल बनी हुई है।
अधिकारी ने बताया कि अंतिम समझौता नहीं हुआ है। उन्होंने आगाह किया कि स्थिति जटिल बनी हुई है।
व्हाइट हाउस के मुताबिक, यमन में बाइडन के विशेष दूत टिम लेंडरकिंग को सऊदी अधिकारियों के साथ आगे की वार्ता के लिए इस सप्ताह सऊदी अरब की राजधानी रियाद भेजा जाएगा।
केंद्रीय खुफिया एजेंसी (सीआईए) के निदेशक विलियम बर्न्स पिछले हफ्ते खुफिया अधिकारियों से मिलने सऊदी अरब गए थे।