राम रहीम केस : HC ने पुलिस से पूछा, ‘क्यों नहीं पकड़े गये हिंसा में शामिल लोग’

asiakhabar.com | November 9, 2017 | 5:25 pm IST

चंडीगढ़। पंचकूला में डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत को दुष्कर्म मामले में दोषी करार दिए जाने के बाद हुई हिंसा के दोषियों को अभी तक नहीं पकड़े जाने पर पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट ने एसआइटी (स्पेशल इनवेस्टीगेशन टीम) को कड़ी फटकार लगाई है। हाई कोर्ट की पूर्ण पीठ ने कहा कि हिसा करने वाले कोई हार्ड क्रिमिनल नहीं थे, फिर भी पुलिस अब तक उनको पकड़ नहीं पाई।

कोर्ट ने कहा कि घटना को दो माह से ज्यादा समय हो चुका है। ऐसे में एसआइटी प्रमुख इस बारे में स्टेटस रिपोर्ट दाखिल करे। उधर, डेरे की आय और मनी लांड्रिंग के आरोपों पर केंद्र सरकार के एडीशनल सॉलिसिटर जनरल सतपाल जैन ने कोर्ट से समय की मांग की गई।

उन्होंने कहा कि मामले की अगली सुनवाई पर रिपोर्ट दे दी जाएगी। वहीं हाई कोर्ट ने स्पष्ट कर दिया है कि पहले हिंसा व तोड़-फोड़ के दोषियों की पहचान की जाएगी और उसके बाद उनसे रिकवरी की प्रक्रिया अपनाई जाएगी। हाई कोर्ट ने कहा कि इस मामले में बहुत से मुद्दे हैं। सबसे पहला और अहम मुद्दा है कि हिंसा के लिए जिम्मेदार कौन है और किससे नुकसान की भरपाई होगी।

सरकार ने डेरा से ट्रक निकलने की संभावना से नहीं किया इन्कार-

कोर्ट कमिश्नर की जांच से पहले सिरसा डेरा से डॉक्यूमेंट व अन्य सामान निकालने संबंधी मीडिया रिपोर्ट पर पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट ने हरियाणा सरकार को फटकार लगाई। इस पर हरियाणा सरकार ने हालातों का हवाला देते हुए बताया कि 25 से 29 अगस्त तक यदि कुछ बाहर गया हो तो उसकी संभावना से इन्कार नहीं किया जा सकता।

सरकार ने कहा कि डेरे के पिछले हिस्से में राजस्थान का बॉर्डर है और ऐसे में कई छोटे बड़े रास्ते राजस्थान को निकलते हैं। हाई कोर्ट ने इस पर हरियाणा सरकार को फटकार लगाते हुए कहा कि राजस्थान भी देश का हिस्सा है और हमारा पड़ोसी राज्य कोई पाकिस्तान नहीं है, जहां से मदद नहीं ली जा सकती थी।

क्या डेरे में बंकर है जो डर रहे हो : हाई कोर्ट

हाई कोर्ट में डेरा मामले में सुनवाई के दौरान कोर्ट कमिश्नर एकेएस पंवार ने डेरे की जांच से जुड़ी रिपोर्ट और वीडियोग्राफी कोर्ट को सौंपी। इस पर डेरा प्रबंधन की ओर से रिपोर्ट व वीडियो सार्वजनिक करने पर रोक लगाने की मांग करते हुए आपत्तियां दर्ज की गई।

इस पर हाई कोर्ट ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि डेरे में स्कूल और अस्पताल ही चल रहे हैं या कोई बंकर मौजूद हैं जो डेरे को इतनी आपत्ति है। यह कोई राष्ट्रीय सुरक्षा का मुद्दा नहीं है जिसे लेकर इतना डर बताया जा रहा है।


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