मुंबई। बॉलीवुड अभिनेत्री तापसी पन्नू ने फिल्म इंडस्ट्री में शानदार 10 साल पूरे कर लिए हैं। ‘चश्मे बद्दूर’ में एक न्यूकमर से एक प्रमुख अभिनेत्री तक का उनका सफर काफी प्रेरणादायक रहा है। अपने असाधारण अभिनय कौशल और फिल्मों के चुनाव के साथ उन्होंने इंड्रस्ट्री पर गहरा प्रभाव डाला है।
‘बेबी’ में अपने आकर्षक कैमियो से लेकर मनोरंजक कानूनी ड्रामा ‘पिंक’ में मीनल अरोड़ा के अविस्मरणीय किरदार और ‘मुल्क’ में दमदार आरती मोहम्मद तक, तापसी ने दिखाया है कि वह समाजिक मुद्दों पर आधारित चुनौतीपूर्ण भूमिकाएं निभाने से डरती नहीं हैं। उनकी विचारोत्तेजक फिल्म ‘थप्पड़’ और कुछ अन्य फिल्मों में भी ऐसा देखा गया है।
बायोग्राफी फिल्म ‘सांड की आंख’ में तापसी के उत्कृष्ट प्रदर्शन, जहां उन्होंने प्रकाशी तोमर की भूमिका निभाई, और ‘हसीन दिलरुबा’ में रानी कश्यप के उनके आकर्षक चित्रण ने उनकी अपार प्रतिभा को उजागर किया। रोमांटिक ड्रामा मनमर्जियां में प्रतिभाशाली विक्की कौशल के साथ उनकी केमिस्ट्री को कौन भूल सकता है, जिसने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया था।
‘शाबाश मिठू’, ‘लूप लपेटा’ और ‘ब्लर’ जैसी फिल्मों में उन्हें उनके असाधारण अभिनय कौशल के लिए चौतरफा प्रशंसा मिली है। शाहरुख खान के साथ ‘डंकी’ में उनकी भूमिका और इस साल ‘फिर आयी हसीन दिलरुबा’ में उनकी भूमिका का दर्शकों को बेसब्री से इंतजार है।
कई बाधाओं का सामना करने के बावजूद, तापसी ने कड़ी मेहनत और प्रतिभा के साथ इंडस्ट्री में खुद के लिए एक जगह बनाई है। एक बाहरी व्यक्ति के रूप में, उन्होंने दूसरों के अनुसरण के लिए एक पथ प्रज्वलित किया है, अनगिनत व्यक्तियों को अपने सपनों का पीछा करने और कभी हार न मानने के लिए प्रेरित किया है। कई प्रतिष्ठित ब्रांड्स का चेहरा बनने से लेकर फिल्म निर्माण तक, तापसी की स्टार पावर और प्रभाव दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है। वह एक प्रेरणादायक, आशा की किरण और कई लोगों के लिए एक आदर्श हैं।