नई दिल्ली।दिल्ली विश्वविद्यालय के अफ्रीकी अध्ययन विभाग द्वारा विश्वविद्यालय की शताब्दी समारोह समिति के सहयोग से 6-7 अप्रैल को “महात्मा गांधी और गांधीवाद: अफ्रीका के साथ भारत के संबंधों को सक्रिय करना” विषय पर एक दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया जाएगा। कॉन्फ्रेंस का उद्घाटन 6 अप्रैल को दिल्ली विश्वविद्यालय के वाइस रीगल लॉज के कन्वेंशन हॉल में होगा। उद्घाटन अवसर पर दिल्ली विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. योगेश सिंह मुख्य अतिथि होंगे जबकि भारत में मॉरीशस के उच्चायुक्त एच. डीलम और आईसीएसएसआर दिल्ली की उप निदेशक डॉ. ऋचा शर्मा मुख्य वक्ता होंगे।
कान्फ्रेंस के समन्वयक एवं अफ्रीकी अध्ययन विभाग के प्रमुख प्रो. गजेंद्र सिंह ने बताया कि इस अंतर्राष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस का उद्देश्य अफ्रीका के साथ भारत के संबंधों पर महात्मा गांधी की शिक्षाओं और सिद्धांतों के प्रभाव का पता लगाना है। कॉन्फ्रेंस का तकनीकी सत्र और समापन सत्र 7 अप्रैल को दिल्ली विश्वविद्यालय के अंतरराष्ट्रीय गेस्ट हाउस में आयोजित किया जाएगा। दयाल सिंह कॉलेज के रसायन विज्ञान विभाग से प्रो. ए.के. भागी समापन सत्र के मुख्य अतिथि होंगे और एम.एस. विश्वविद्यालय, बड़ौदा के इतिहास विभाग से प्रोफेसर अध्या भारती सक्सेना विशिष्ट अतिथि होंगी। इस अंतर्राष्ट्रीय कान्फ्रेंस में भारत, अफ्रीका और दुनिया के अन्य हिस्सों से विद्वानों और शोधकर्ताओं द्वारा कई पैनल चर्चाएँ और प्रस्तुतियाँ होंगी। विभिन्न मुद्दों पर 80 से अधिक शोध पत्रों के साथ कॉन्फ्रेंस के 9 सत्र होंगे।