मेक्सिको सिटी। ताइवान के राजनयिक साझेदारों के कमजोर पड़ने और प्रतिद्वंद्वी चीन की तरफ झुकाव प्रदर्शित करने के बीच ताइवान की राष्ट्रपति साई इंग-वेन इस सप्ताह मध्य अमेरिका की यात्रा के दौरान स्वशासी द्वीप (ताइवान) के बाकी सहयोगियों के साथ संबंधों को मजबूत करने की कोशिश करेंगी।
सांग ने यात्रा पर रवाना होने से कुछ समय पहले ग्वाटेमाला और बेलीज के नेताओं को संबोधित करते हुए यात्रा को वैश्विक स्तर पर लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रति ताइवान की प्रतिबद्धता दिखाने का अवसर करार दिया।
उन्होंने कहा, ‘‘विश्व पटल पर अपनी बात रखने के हमारे संकल्प में बाहरी दबाव बाधा नहीं बनेगा। हम शांत रहेंगे, आत्मविश्वास कायम रखेंगे, झुकेंगे नहीं, लेकिन उकसाएंगे भी नहीं।’’
सांग अमेरिका में अमेरिकी प्रतिनिधि सभा के अध्यक्ष केविन मैककार्थी से भी मुलाकात करेंगी।
इस यात्रा का मकसद लातिन अमेरिका में द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करना भी है, क्योंकि चीन इस क्षेत्र में निवेश कर रहा है और देशों पर ताइवान से संबंध तोड़ने का दबाव बना रहा है।
मध्य अमेरिकी देश होंदुरास के चीन से राजनयिक संबंध स्थापित करने के बाद सांग इस यात्रा पर रवाना हुई हैं।
चीन की सरकार सांग और उनकी डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी को अलगाववादी मानती है।
चीन सरकार का दावा है कि ताइवान उसके राष्ट्रीय क्षेत्र का हिस्सा है, जबकि ताइवान की वर्तमान सरकार का कहना है कि यह स्वशासित द्वीप पहले से ही संप्रभु है और चीन का हिस्सा नहीं है।