नई दिल्ली। राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने मंगलवार को महिला विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने के लिए निकहत ज़रीन, लवलीना बोरगोहेन, नीतू घनघस और स्वीटी बूरा को बधाई दी और कहा कि मुक्केबाजों की उत्कृष्ट उपलब्धियां भारत के भविष्य को नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगी।
भारत ने आईबीए महिला विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप में चार स्वर्ण पदक (चार) के साथ अपने अभियान का समापन किया। देश की स्टार मुक्केबाज निकहत ज़रीन और लवलीना बोरगोहेन ने रविवार को इंदिरा गांधी स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में फाइनल में शानदार जीत दर्ज की। निकहत और लवलीना के साथ, 2022 राष्ट्रमंडल खेलों की पदक विजेता नीतू घनघस (48 किग्रा) और तीन बार की एशियाई पदक विजेता स्वीटी बूरा (81 किग्रा) ने भी स्वर्ण पदक जीता।
राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने राज्यसभा में कहा, यह हम सभी के लिए गर्व का क्षण है। हमारी महिला मुक्केबाजों ने नई दिल्ली में आयोजित महिला विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप में 4 स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रच दिया है।
उन्होंने कहा, निकहत ज़रीन, लवलीना बोरगोहैन, नीतू घनघस और स्वीटी बूरा को हमारी बधाई। उनकी उत्कृष्ट उपलब्धियां भारत के भविष्य को नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगी और युवा महत्वाकांक्षी एथलीटों को और प्रेरित करेंगी।
मौजूदा विश्व चैंपियन निकहत (50 किग्रा) ने वियतनाम की गुयेम थी टैम को हराकर टूर्नामेंट में लगातार दूसरे साल स्वर्ण पदक जीता, जबकि टोक्यो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता लवलीना (75 किग्रा) ने अंकों के आधार पर ऑस्ट्रेलिया की कैटलिन पार्कर को 5-2 से हराकर अपना पहला विश्व स्वर्ण जीता।