गुड़गांव। रेयान इंटरनेशनल स्कूल के स्टूडेंट प्रद्युम्न ठाकुर मर्डर केस में ठीक 2 महीने बाद नया मोड़ आया। सीबीआई ने बुधवार को बताया कि स्कूल के 11वीं के स्टूडेंट को हिरासत में लिया गया है। सीबीआई के मुताबिक, आरोपी स्टूडेंट ने पेरेंट्स-टीचर मीटिंग (पीटीएम) और एग्जाम टालने के लिए यह मर्डर किया था।
गिरफ्तार एक छात्र के सहपाठियों ने आरोप लगाया था कि वह अक्सर ‘अशिष्ट व्यवहार’ करता था और दूसरे छात्रों को हमेशा तमाचा मारने के लिए तैयार रहता था। हालांकि, छात्रों ने अपना नाम जाहिर नहीं करने के अनुरोध पर यह जानकारी दी थी। पॉश डिफेंस कॉलोनी के जिस दो मंजिला घर में वह रहता था, वह बाहर से बंद था।
11वीं कक्षा के छात्र को बुधवार को गुरुग्राम में जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड के सामने पेश किया गया। हरियाणा पुलिस ने शुरू में लड़के की हत्या के लिए स्कूल बस कंडक्टर को गिरफ्तार किया था। हालांकि, सीबीआई ने 16 वर्षीय छात्र को कथिततौर पर हत्या के मामले में गिरफ्तार कर मामले में एक नए मोड़ ला दिया है।
इस मामले में मृत बच्चे के परिजनों और वकील ने मांग की है कि गिरफ्तार युवक के खिलाफ वयस्कों की तरह मुकदमा चलाया जाए और सख्त सजा दी जाए। उसकी कक्षा में पढ़ने वाले साथियों ने कहा कि वह पढ़ने और स्पोर्ट्स में अच्छा नहीं था और सामान्य बच्चों की तुलना में काफी हैवी था। इसलिए वह छोटे-छोटे मामले में भी किसी भी लड़के को मारने के लिए हमेशा तैयार रहता था।
उसका चरित्र भी खराब था और वह हमेशा दूसरों से बुरा व्यवहार करता था। बताया जा रहा है कि उसके पड़ोस में रहने वाले लोगों ने भी उसके आचरण को लेकर शिकायत की थी। उसके पिता गुड़गांव के वकील हैं और वह अपने इलाके के संपन्न लोगों में से एक हैं। कॉलोनी के रहने वाले उसके नेचर के बारे में जानते थे और इसीलिए उससे बात भी नहीं करते थे।
सीबीआई के मुताबिक, आरोपी स्टूडेंट ने पेरेंट्स-टीचर मीटिंग (पीटीएम) और एग्जाम टालने के लिए यह हत्या की थी। प्रद्युम्न के पिता वरुण ठाकुर ने कहा कि सीबीआई ने जो वजह बताई है, वह जुर्म का कारण हो सकता है। बच्चा बहुत लंबे समय से स्कूल में था और स्कूल में जो कमियां थीं, उसका फायदा उठाकर वो जुर्म कर सकता था।