मॉस्को। रूस के एक 20 वर्षीय युवक का दावा है कि वह मंगल ग्रह पर रह चुका है। उसने कभी सौर मंडल के बारे में किसी से कोई ज्ञान हासिल नहीं किया है, लेकिन इसके बावजूद उसने जो जानकारियां बताई हैं, उसे सुनकर वैज्ञानिक भी दंग हैं।
बोरिस्का किप्रियानोविच का दावा है कि धरती पर जन्म लेने से पहले वह मंगल ग्रह पर रहता था। फिलहाल वह रूस के वोल्गोग्राड शहर में रहता है। उसने कहा कि न्यूक्लियर डिजास्टर (परमाणु विध्वंस) के बावजूद भी मंगल ग्रह पर जीवन का अस्तित्व है। वहां के लोग जमीन के अंदर रहते हैं और सांस लेने के लिए कार्बन डाई ऑक्साइड का इस्तेमाल करते हैं।
जनवरी 1996 में पैदा हुए बोरिस्का ने अपने माता-पिता, शिक्षकों और वैज्ञानिकों को ग्रहों की व्यवस्था के अपने ज्ञान से आश्चर्य में डाल दिया है। युवक का दावा है कि मंगल में रहने वाले लोग अमर हैं और 35 साल की उम्र के बाद उनके वृद्ध होने की रफ्तार बंद हो जाती है। यानी वे बूढ़े नहीं होते हैं।
जब एक वीडियो क्लिप में उससे सौर मंडल के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा, मैंने उन्हें (मंगल ग्रह के लोगों को) अंतरिक्ष यान से देखा था। आप उन्हें मंगल ग्रह से नहीं देख सकते हैं। जब मैं अंतरिक्ष में उड़ रहा था और जब मैं मंगल पर रहता था, तो मैंने उन्हें देखा था।
बोरिस्का ने जोर देकर कहा कि वह मंगल ग्रह में पायलट था और पृथ्वी पर आया था। उसने कहा कि मंगल ग्रह के लोगों का प्राचीन मिस्र के साथ एक मजबूत संबंध है। गीजा के महान स्फिंक्स में मानव जीवन के बारे में बड़ा रहस्य छिपा हुआ है। मगर, वह क्या है यह मुझे याद नहीं है। जब स्फिंक्स को खोला जाएगा, तो मानव जीवन बदल जाएगा।