योग शिरोमणि डॉक्टर गोपाल जी पूर्व आईएएस पूर्व निदेशक भारत सरकार युवा कार्य एवं खेल मंत्रालय अध्यक्ष ग्लोबल योग एलाइंस, सलाहकार मिनिस्ट्री ऑफ एजुकेशन भारत सरकार, रमेश लोहान अध्यक्ष एशियन योगासना स्पोर्ट्स फेडरेशन डी के शर्मा सचिव एशियन योगासना स्पोर्ट्स फेडरेशन के साथ पूर्णानंद घाट, जानकीपुल में विश्व प्रसिद्ध प्रथम महिला गंगा आरती में पधारे। उन्होंने मां गंगा की आरती में हिस्सा लेकर मां का आशीर्वाद लिया।
योग शिरोमणि डॉक्टर गोपाल जी ने कहा उत्तराखंड विश्व का सबसे सुंदर राज्य है कहा कि यह सनातन धर्म का गौरव काल है। पूरी दुनिया योग व अध्यात्म का अनुसरण कर रही है। विश्व में एक दिन केवल वैदिक ऋषि धर्म, सनातन व योग रहेगा। कहा कि पूरे देश में लाखों बहनों का जो संगठन है उसको एक मातृत्व की भावना के साथ नेतृत्व देना, सेवा करना नारीशक्ति की मिसाल है। मां गंगा की आरती में सबसे बड़ी सेवा बहनें कर रही हैं, ये गौरव की बात है।
गंगा की आरती में योगा से विभिन्न लाभ बताये पदहस्तासन करने भूख बढ़ती है। व कब्ज खत्म होता है लेकिन हृदय, पीठ, हर्निया, अल्सर के मरीजो को यह नही करना चाहिए। वक्रासन करने से मधुमेह कंट्रोल रहता है लेकिन पीठ दर्द और उदर की सर्जरी के बाद इसको नही करना चाहिए। भुजंगासान तनाव प्रबंधन के लिए अच्छा आसन है व जिन लोगो को हर्निया, अल्सर व उदर की सर्जरी हुई हो उन्हे यह आसन नही करना चाहिए। सेतुबंधासन आसन अवसाद व चिंता को दूर करता है व अल्सर, हर्निया एवं गर्भवती महिलाओं को यह आसन नही करना चाहिए।नाड़ी शोधन प्राणायम हर तरह के रोगों से छुटकारा दिलाता है व इससे कोई हानि नही होती।
अध्यक्ष हरिओम शर्मा ज्ञानी जी ने कहा योग सुंदर जीवन जीने का मार्ग है। हम सभी को अपने शरीर को निरोग रखने के लिए योगाभ्यास करना चाहिए।
महिला गंगा आरती में मुख्य रूप से डॉ. ज्योति शर्मा, सुषमा बहुगुणा, आचार्य सोनिया राज प्रमिला , वंदना, रीता और गायत्री आदि महिलाओं ने गंगा आरती की।